कोलकाता, 9 फरवरी । पश्चिम बंगाल के फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग  को लेकर संदेशखली में एक बार फिर हिंसा हुई है। शुक्रवार को उस समय हालात और बिगड़ गए जब शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग कर रही महिला आंदोलनकारियों ने उनके करीबी विश्वासपात्र और तृणमूल कांग्रेस नेता शिबू हाजरा के स्वामित्व वाले पोल्ट्री फार्म को जला दिया।

शेख शाहजहां पांच जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले का कथित मास्टरमाइंड है।

गुरुवार दोपहर से कई स्थानीय महिलाएं संदेशखाली में शाहजहां और उसके करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं, जिन पर उन्होंने ईडी के लोगों पर हमले से पहले काफी समय तक उनके जीवन को दयनीय बनाने का आरोप लगाया था।

उनके विरोध ने शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया उन्होंने हाजरा के स्वामित्व वाले पोल्ट्री फार्म को जला दिया। फार्म को जलाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि यह पोल्‍ट्री फार्म उस भूखंड पर स्थापित था, जिस पर तृणमूल कांग्रेस नेता ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फार्म सभी प्रकार की अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है।

ज़मीन हड़पने के अलावा, उन्होंने ग्रामीणों को अपने व्यवसायों में मुफ्त श्रम प्रदान करने के लिए भी मजबूर किया। एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, शाहजहां के सहयोगियों द्वारा छेड़छाड़ के डर से इलाके की महिलाएं सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाती हैं।

इस बीच, बड़े पैमाने पर आंदोलन को देखते हुए उत्तर 24 परगना के जिला प्रशासन ने जमीन कब्जाने की शिकायतों की जांच के लिए एक जांच समिति के गठन का आदेश दिया है। उक्त समिति के अध्यक्ष प्रखंड भू-राजस्व पदाधिकारी होंगे।