कोलकाता, 21 अगस्त। कलकत्ता हाई कोर्ट ने आर.जी. कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का आदेश राज्य को दिया है। कोर्ट ने पुलिस को संदीप और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को अदालत में राज्य सरकार ने सूचित किया कि संदीप के घर के सामने पहले से ही पुलिस तैनात कर दी गई है।

संदीप घोष ने अदालत से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। उनका आरोप था कि आर.जी. कर अस्पताल के विवाद के बाद से उनके बारे में सोशल मीडिया पर कई झूठी जानकारियां फैलाई जा रही हैं। संदीप ने यह भी कहा कि विभिन्न समाचार माध्यमों में जो जानकारी प्रकाशित हो रही है, वह भी सही नहीं है। उन्होंने अदालत में आशंका जताई कि इस स्थिति में उनके घर पर हमला हो सकता है। संदीप के वकील ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी और पुत्र की जान को भी खतरा है। इस मामले की सुनवाई बुधवार को जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की बेंच में हुई।

संदीप ने अदालत में बताया कि उनका पूरा परिवार असुरक्षा महसूस कर रहा है। उन्होंने राज्य या केंद्र से सुरक्षा की मांग की थी, जिसमें उन्होंने किसी भी प्रकार की सुरक्षा पर आपत्ति नहीं जताई थी। इस मामले में अदालत ने राज्य का पक्ष भी सुना।

बुधवार को हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने बताया कि संदीप के घर के सामने पुलिस पिकेट लगा दिया गया है। बालेघाटा थाने के ओसी खुद उस घर की सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं। राज्य का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने मामले का निपटारा कर दिया। जस्टिस ने निर्देश दिया कि संदीप के घर के सामने पुलिस को जरूरी सुरक्षा प्रदान करनी होगी।

कुछ दिन पहले संदीप के घर के सामने रात में भीड़ इकट्ठा हो गई थी। आर.जी. कर कांड की न्यायिक मांग को लेकर कई लोग उनके घर के सामने नारेबाजी कर रहे थे। बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। इस बीच, संदीप ने अपने घर पर हमले की आशंका जताते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया।