उदयपुर, 21 फरवरी। उदयपुर में आर्य समाज हिरण मगरी इकाई की ओर से 22 से 25 फरवरी तक सनातन वैदिक धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा है। इस धर्मसभा में दर्शन योग महाविद्यालय, रोजड़, मोड़ासा, गुजरात के अधिष्ठाता स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक महाराज प्रबोधन प्रदान करेंगे। इस धर्मसभा का आयोजन उदयपुर शहर के सूरजपोल चौराहे के बाहर स्थित निम्बार्क महाविद्यालय सभागार में होगा।
कार्यक्रम संयोजक गिरीश जोशी ने बताया कि उदयपुर नगर सहित सर्वत्र धर्मसभा व सत्संग सभाएं होती रहती हैं, किन्तु वैदिक ऋचाओं व वेद भाष्य के ग्रंथों जिनमें उपनिषद, दर्शन शास्त्र आदि शामिल हैं, इन पर चर्चा नहीं हो पाती। इन ग्रंथों में वर्णित ईश्वर, धर्म, प्रकृति के स्वरूप पर मंथन की आवश्यकता नई पीढ़ी के बीच महसूस की जा रही है। इसी निमित्त यह आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक प्रखर वैदिक विद्वान होने के साथ उपनिषदों व दर्शन ग्रंथों के अध्येता व देश के शिरोमणि वैदिक दर्शनाचार्य हैं। उनकी शंका समाधान की विशिष्ट शैली श्रोताओं को आकर्षित करती है, जिसके कारण इनका वर्ष पर्यन्त प्रवास तय रहता है और यह लगभग तीन वर्ष पूर्व नियत हो जाता है। लगभग 10 वर्ष पश्चात उदयपुर में इनका प्रवास उपलब्ध हुआ है, जिससे उनके शिष्यगणों में अपूर्व उत्साह है।
उन्होंने बताया कि खासतौर से प्रश्नोत्तर शैली में किया जाने वाला सत्संग स्वामी विवेकानंद परिव्राजक की विशेषता है।