सिलीगुड़ी, 31 दिसंबर। एसएसबी की 41वीं बटालियन के जवानों ने भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में एक रूसी युवक को पकड़कर खोरीबाड़ी थाने को दिया है। रूसी युवक को भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार रूसी युवक का नाम एलेक्जेंड्रा पावेल (38) है। वह रूस के मॉस्को का रहने वाला है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शनिवार सुबह भारत-नेपाल सीमा के बाजारूछाट इलाके में सीमा स्तंभ से पैदल चलकर रूसी युवक भारत में प्रवेश कर रहा था। तभी एसएसबी 41वीं बटालियन के जवानों ने उसे पकड़कर लिया। युवक की तलाशी लेने पर उसके पास से रूसी पासपोर्ट की अधूरी रंगीन ज़ेरॉक्स कॉपी मिली। इसके बाद अधिकारी उसे एसएसबी के बाजारूछाट बॉर्डर आउट पोस्ट पर ले आए और पूछताछ शुरू की ।
एसएसबी अधिकारियों से पूछताछ के दौरान एलेक्जेंड्रा ने बताया कि पिछले नवंबर में वह रूस से नेपाल आया था। वह नेपाल के बुद्ध नीलकंठ मंदिर में अपने एक दोस्त के साथ था । इसके बाद एलेक्जेंड्रा भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पश्चिम बंगाल के एक इस्कॉन मंदिर में आ गया। जहां चैतन्य महाप्रभु का जीवन दर्शन को सीखने के बाद, उसके मन में हिंदू भिक्षु बनने की तीव्र इच्छा पैदा हो गई। जिस वजह से एलेक्जेंड्रा ने चैतन्य महाप्रभु की जन्मस्थली नादिया जाने के लिए बिना पासपोर्ट या वीजा के गुप्त रूप से भारत में प्रवेश करने की कोशिश की।
एसएसबी ने युवक से गहन पूछताछ के बाद एलेक्जेंड्रा को खोरीबाड़ी थाने को सौंप दिया। पुलिस ने एलेक्जेंड्रा को गिरफ्तार मामले की जांच कर रही है।