
खड़गपुर, 10 नवम्बर । रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) खड़गपुर मंडल के अधिकारियों ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आरपीएफ कर्मियों ने यात्रियों की सुरक्षा, नाबालिग बच्चों की सहायता और खोई हुई वस्तुओं की बरामदगी में उल्लेखनीय तत्परता दिखाई है।
विज्ञप्ति में बताया गया कि नौ नवम्बर को शालीमार रेलवे स्टेशन पर गश्त के दौरान आरपीएफ कर्मियों ने प्रतीक्षालय में दो नाबालिग लड़कों को संदिग्ध अवस्था में बैठा देखा। पूछताछ में पता चला कि दोनों घर से बिना बताए विजयवाड़ा जाने की योजना बना रहे थे। आरपीएफ ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को सुरक्षित बचाया और उन्हें चाइल्ड लाइन, हावड़ा को सौंप दिया गया।
इसी दिन “ऑपरेशन अमानत” के तहत पांसकुरा स्टेशन पर ट्रेन संख्या 13506 में एक यात्री द्वारा मिला मोबाइल फोन आरपीएफ को सौंपा गया। जांच-पड़ताल के बाद फोन उसके वास्तविक मालिक को लौटा दिया गया। यात्री ने आरपीएफ की ईमानदारी और शीघ्र कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया।
वहीं, आठ नवम्बर को शालीमार स्टेशन पर ट्रेन संख्या 12151 में यात्रियों का छूटा सामान आरपीएफ ने शीघ्र बरामद किया और सत्यापन के बाद मालिक को लौटा दिया। इसी प्रकार तामलुक स्टेशन पर रात के समय जांच के दौरान प्रतीक्षालय में छोड़ा गया एक मोबाइल फोन आरपीएफ कर्मियों ने बरामद किया और जांच उपरांत मालिक को सुपुर्द कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि इन कार्रवाइयों से आरपीएफ की सतर्कता, निष्ठा और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय मिलता है। ऑपरेशन अमानत के माध्यम से आरपीएफ यात्रियों की सुरक्षा, सहायता और उनके खोए सामान की पुनः प्राप्ति के लिए निरंतर सक्रिय है।





