कोलकाता, 04 जुलाई। जिले के बैद्यबाटी में गुरुवार को युगल की रहस्यमय मौत के मामले पुलिस ने हावड़ा से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को दोनों आरोपितों को श्रीरामपुर महकमा अदालत में पेश किया गया।

दरअसल, गुरुवार तड़के बैद्यबाटी नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड के सीताराम बागान इलाके में मकान से मनोज भादुरी (35) और अपर्णा माझी (32) का रक्तरंजित शव मिला था। दोनों पिछले छह वर्षों से वहां किराए पर रह रहे थे। अपर्णा अपने पहले पति को छोड़कर मनोज के साथ लिव-इन में रह रही थीं।

पुलिस जांच में सामने आया कि अपर्णा की छोटी बहन रिम्पा की एक बार में हावड़ा के चामरैल इलाके के निवासी ड्राइवर अर्जुन पासवान से मुलाकात हुई थी। जल्दी ही दोनों के बीच संबंध गहरे हो गए और रिम्पा ने अपने पहले पति को छोड़ अर्जुन के साथ रहना शुरू कर दिया। अपर्णा ने ही इन दोनों के लिए तेलंगाना में काम का इंतजाम किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद वे लौट आए। इसके बाद रिम्पा का एक दूसरे पुरुष से प्रेम संबंध स्थापित हो गया। इसको लेकर अर्जुन और अपर्णा के बीच भी विवाद हो गया। तीन दिन पहले अर्जुन ने अपर्णा के घर आकर उसे धमकी भी दी थी। सार्वजनिक रूप से अपर्णा ने अर्जुन को थप्पड़ भी मारा था।

पुलिस के अनुसार, इसी अपमान और धोखे का बदला लेने के लिए अर्जुन ने हत्या की योजना बनाई।

घटना की रात अर्जुन ने सियालदह से एक चाकू खरीदा और वैद्यबाटी पहुंचा। वह रातभर इलाके में छिपकर रहा और तड़के अपर्णा के कमरे में दाखिल हुआ और नींद में सो रहे अपर्णा और मनोज पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला करने के बाद फरार हो गया।

भोर तीन बजे के करीब पड़ोसियों ने “बचाओ-बचाओ” की आवाज़ें सुनीं और पुलिस को खबर दी। मौके पर पुलिस पहुंची और जांच शुरू की।

श्रीरामपुर थाने की पुलिस ने अपर्णा की मां और बहन से पूछताछ कर अर्जुन और उसके जीजा नासिरुद्दीन शेख का नाम जाना। इसके बाद पुलिस ने दो टीमें बनाई। एक टीम को चामरैल और दूसरी को महेशतला भेजा गया। स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।