
अलीपुरद्वार, 05 मार्च । पश्चिम बंगाल अलिपुरद्वा जिले के जलदापाड़ा और जलपाईगुड़ी जिले के गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान में गैंडों की गणना शुरू हो गई है। यह गणना छह मार्च तक जारी रहेगी।
गौरतलब है कि गैंडों की गणना हर दो साल में की जाती है। पिछली गणना 2022 में की गई थी। जब जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान में 292 एक सींग वाले गैंडे पाए गए थे। वन विभाग को उम्मीद है कि इस बार संख्या बढ़ेगी। इस दिन जलदापाड़ा एनआईसी में आधिकारिक तौर पर गैंडे की जनगणना शुरू हुई।
जलदापाड़ा के डीएफओ प्रवीण कासवान ने कहा कि गैंडे की गणना के लिए कुल 400 लोगों को तैनात किए गए है। जिसमें 13 एनजीओ के सदस्य शामिल हैं। जबकि 70 कुनकी हाथियों की मदद ली जा रही है। गैंडा जनगणना के लिए जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान को 65 ब्लॉकों में विभाजित किया गया है।
गोरुमारा
गोरुमारा में वन कर्मियों और स्वयंसेवकों ने बुधवार सुबह से गैंडा गणना का काम शुरू कर दिया है। गिनती में मदद के लिए कुनकी हाथियों की भी मदद ली जा रही है।
वन विभाग को उम्मीद है कि पहले दिन बड़े गैंडों के साथ कई शावकों के दिखने से गोरुमारा में गैंडों की संख्या बढ़ी होगी।
इस दिन सुबह से वनकर्मी और स्वयंसेवक अलग-अलग समूहों में बंटकर गेंडों की गिनती का काम शुरू किया है। गोरूमारा के 26 कुनकी हाथियों की पीठ पर सवार होकर गैंडे की तलाश में जंगल में घूम रहे है। गोरूमारा, चापरामाड़ी, लाटागुड़ी, पांझोरा और नाथुआ जंगलों में गैंडों की गिनती चल रही है।
गोरूमारा वन्य जीव विभाग के डीएफओ द्विज प्रतिमसेन ने बताया कि गोरुमारा में पांच और छह तारीख को दो दिनों तक गैंडा गणना का काम जारी रहेगा। गणना को देखते हुए गोरुमारा जंगल में पर्यटकों का प्रवेश दो दिनों के लिए बंद रहेगा।