कोलकाता, 14 सितंबर (हि.स.)। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आरोपित सिविक वॉलंटियर संजय राय की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सीबीआई द्वारा की जा रही जांच में पता चला है कि आठ अगस्त की रात को किसी ने सिविक वॉलंटियर को फोन कर अस्पताल में बुलाया गया था। आखिर कौन था जिसने उसे बुलाया और क्यों बुलाया गया, यह अब भी रहस्य बना हुआ है।
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, उस सिविक वॉलंटियर के मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड से पता चला है कि आठ अगस्त की आधी रात और सुबह के समय उसकी किसी व्यक्ति से बातचीत हुई थी। जांचकर्ताओं ने इस सिविक वॉलंटियर से विस्तृत पूछताछ की, लेकिन वह स्पष्ट उत्तर देने में असफल रहा। उसका कहना है कि उसे किसी ने फोन करके अस्पताल बुलाया था, पर उसने यह नहीं बताया कि वह व्यक्ति कौन था और उसे वहां जाने के लिए क्यों कहा गया।
सीबीआई के अनुसार, कॉल रिकॉर्ड से यह जानकारी मिली है कि सिविक वॉलंटियर ने सिर्फ अस्पताल पहुंचने से पहले ही नहीं, बल्कि वहां से निकलने के बाद भी उसी व्यक्ति से बातचीत की थी। इन संदिग्ध बातों को और साफ करने के लिए सीबीआई ने उसका पॉलिग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच) भी कराया, जिसमें उसने सहयोग दिया। अब सीबीआई ने उसकी नार्कोएनालिसिस जांच कराने के लिए शुक्रवार को सियालदह कोर्ट में याचिका दायर की लेकिन सिविक वॉलंटियर ने नार्को टेस्ट के लिए सहमति नहीं दी, जिसके चलते अदालत ने सीबीआई की याचिका खारिज कर दी। अदालत ने कहा कि किसी व्यक्ति की सहमति के बिना उसका नार्को टेस्ट कराना असंवैधानिक है।
सीबीआई ने सिविक वॉलंटियर के नार्को टेस्ट के लिए दिए गए बयान को अदालत में दर्ज किया है। नार्को टेस्ट के लिए सहमति न देने के बाद, अदालत ने 2010 में सुप्रीम कोर्ट के ‘सेल्वी बनाम कर्नाटक’ मामले के फैसले का हवाला देते हुए इस याचिका को खारिज कर दिया। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि किसी व्यक्ति की सहमति के बिना उसका नार्को टेस्ट करना मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
सुप्रीम कोर्ट में 17 सितंबर को होने वाली सुनवाई से पहले सीबीआई सभी जरूरी सबूत और जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपित सिविक वॉलंटियर के संबंध कोलकाता पुलिस के वेलफेयर कमेटी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से हैं, जिनके सत्ताधारी दल से करीबी रिश्ते बताए जा रहे हैं।
इस मामले की जांच के तहत सीबीआई ने नौ अगस्त की सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार कक्ष के पास के एक वीडियो की भी जांच की है। सीबीआई की टीम लगातार अस्पताल का दौरा कर नए सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है।