कोलकाता, 10 सितंबर। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में गुस्सा और विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच, रामकृष्ण मठ और मिशन के अद्वैत आश्रम के सचिव स्वामी शुद्धिदानंद ने इस घटना पर बड़ी बात कही है। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे अपराधियों का अंत जरूरी है।
स्वामी शुद्धिदानंद ने कहा है कि यह लड़ाई अधर्म के खिलाफ धर्म की है। उन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को मानव के वेश में राक्षस करार दिया और कहा कि ऐसे लोगों का विनाश करना जरूरी है। उनका कहना है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ लड़ाई में हिंसा भी जायज है। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए कहा कि महाभारत में अर्जुन को भी अधर्म के खिलाफ लड़ाई में हिंसा का मार्ग अपनाने का पाठ पढ़ाया गया था।
स्वामी शुद्धिदानंद ने कहा कि समाज में ऐसे जघन्य अपराधों के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है और इस मुद्दे पर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह इस बात का संकेत है कि लोग अभी भी संवेदनशील हैं और समाज में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ खड़े होने के लिए तैयार हैं।