कोलकाता, 24 अगस्त। राज्य संचालित आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में मुख्य आरोपित और छह अन्य व्यक्तियों का पॉलीग्राफ (झूठ पकड़ने वाला) टेस्ट शनिवार से शुरू हो गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मुख्य आरोपित संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट प्रेसिडेंसी जेल में किया जा रहा है, जहां वह बंद है। जबकि अन्य छह लोगों का टेस्ट एजेंसी के कार्यालय में किया जाएगा। इनमें पूर्व प्राचार्य संदीप घोष, घटना की रात ड्यूटी पर रहे चार डॉक्टर और एक अन्य सिविल वॉलंटियर शामिल हैं।

दिल्ली के केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) से पॉलीग्राफ विशेषज्ञों की टीम इन परीक्षणों को करने के लिए कोलकाता पहुंची है।

22 अगस्त को सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि स्थानीय पुलिस ने पोस्ट-ग्रेजुएट डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को दबाने की कोशिश की थी, क्योंकि जब तक संघीय एजेंसी ने जांच शुरू की, तब तक अपराध स्थल को बदल दिया गया था।

इस अस्पताल के सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या ने व्यापक जनाक्रोश को जन्म दिया है। 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के चेस्ट विभाग के सेमिनार हॉल के अंदर गंभीर चोटों के निशान के साथ प्रशिक्षु डाक्टर का शव मिला था, जिसके अगले दिन आरोपित संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया।

13 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने जांच को कोलकाता पुलिस से सीबीआई में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था, जिसके बाद 14 अगस्त से सीबीआई ने जांच शुरू की।