कोलकाता, 12 सितंबर । केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त संजय रॉय के दांतों की छाप ली है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की एक टीम बुधवार देर शाम दक्षिण कोलकाता के प्रेसिडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम पहुंची थी। इनसे जुड़े सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि वहां उन्होंने नए सबूतों के आधार पर रॉय से पूछताछ की और दांतों की छाप भी एकत्र की। बलात्कार और हत्या के मामलों की जांच में अक्सर आरोपित के दांतों की छाप महत्वपूर्ण सबूत मानी जाती है।
रॉय को सबसे पहले कोलकाता पुलिस की विशेष जांच टीम ने गिरफ्तार किया था, जो इस मामले की प्रारंभिक जांच कर रही थी। बाद में कलकत्ता हाई कोर्ट की एक डिवीजन बेंच ने इस जांच को सीबीआई को सौंप दिया।
सीबीआई की जांच का मुख्य फोकस फिलहाल यह सुनिश्चित करना है कि क्या इस जघन्य अपराध में केवल संजय रॉय ही शामिल था या फिर इसके पीछे और लोग भी थे। साथ ही जांच अधिकारी यह भी देख रहे हैं कि कहीं जांच में सबूतों के साथ छेड़छाड़ या कोलकाता पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में गंभीर चूक तो नहीं हुई।
सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में कई खामियां पाई गई हैं, जिनमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई भाषा का स्तर, शव परीक्षण की वीडियो रिकॉर्डिंग में लापरवाही, पीड़िता द्वारा पहने गए वस्त्रों को लेकर विरोधाभास, और कोलकाता पुलिस द्वारा बनाई गई जब्ती सूची में विसंगतियां शामिल हैं।
सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये केवल लापरवाही हैं या फिर जानबूझकर जांच को गुमराह करने के उद्देश्य से की गई थीं।
पिछले सप्ताह राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने भी इस मामले में कोलकाता पुलिस द्वारा की गई जांच की खामियों को उजागर किया था। छह सितंबर को कोलकाता की एक विशेष अदालत ने संजय रॉय की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया।