कोलकाता, 04 जुलाई । सीमा सुरक्षा बल के पूर्वी कमान मुख्यालय, कोलकाता में शुक्रवार को एक दिवसीय फील्ड कमांडर्स सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी कमान) महेश कुमार अग्रवाल, आईपीएस ने की। सम्मेलन में बीएसएफ के पूर्वी कमान क्षेत्र के छह सीमांत मुख्यालयों और दो प्रशिक्षण संस्थानों के महानिरीक्षकों के साथ-साथ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

सम्मेलन की शुरुआत आईजी (ऑपरेशंस) संजय कुमार मिश्रा के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने समन्वित नेतृत्व, रणनीतिक योजना और संयुक्त कार्रवाई की अहमियत को रेखांकित किया।

एडीजी अग्रवाल ने सम्मेलन के दौरान सीमा की रक्षा में तकनीकी आधुनिकीकरण, स्थानीय सहभागिता और अनुकूल नेतृत्व की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने सभी क्षेत्रीय कमांडरों को संचालन और लॉजिस्टिक्स संबंधी संभावित चुनौतियों के लिए पूर्ण रूप से तैयार रहने के निर्देश दिए। विशेष रूप से बांग्लादेश सीमा पर भूमि अधिग्रहण मामलों को मिशन मोड में निपटाने और बिना बाड़ वाली सीमाओं पर बाड़बंदी का कार्य शीघ्र पूर्ण करने पर जोर दिया गया।

सुंदरबन क्षेत्र में प्रभावी सीमा प्रबंधन को लेकर भी गंभीर चर्चा हुई। एडीजी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएफ की अप्रतिम नियंत्रण क्षमताओं और स्थानीय नागरिकों के प्रति सेवाभाव को सराहते हुए कहा कि सीमा की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने नवीनतम निगरानी तकनीकों को अपनाने, स्मार्ट समाधानों को विकसित करने और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए अग्रगामी सोच विकसित करने की आवश्यकता जताई।

सम्मेलन में अवैध घुसपैठ, पशु तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य सीमा-पार अपराधों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। मणिपुर की वर्तमान स्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए एडीजी ने बताया कि वहां बीएसएफ अहम भू-भूमिका निभा रही है। उन्होंने राज्य पुलिस, खुफिया एजेंसियों और अन्य केंद्रीय बलों के साथ संयुक्त अभियानों को और सुदृढ़ करने की बात कही। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के ‘अदृश्य प्रहरी’ यानी नागरिकों की सतर्क भागीदारी को भी सराहा।

बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई, जिससे सीमावर्ती अपराधों पर नियंत्रण में सहयोग बढ़ सके।

सम्मेलन के अंतिम सत्र में डीआईजी (प्रशासन) जी. एल. मीणा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने अध्यक्ष और सभी प्रतिभागियों की राष्ट्र सेवा में प्रतिबद्धता और सक्रिय भागीदारी के लिए आभार प्रकट किया।