नयी दिल्ली,19 अक्टूबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा आयकर विभाग (आईटी) प्रतिष्ठित जांच एजेंसियां हैं, देश इन पर गर्व करता है इसलिए इन एजेंसियों के अधिकारियों को किसी के दबाव में आए बिना निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए।
गहलोत ने गुरुवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि सत्ता में बैठे दल इन प्रतिष्ठित एजेंसियों का इस्तेमाल विरोधियों के खिलाफ कर रहे हैं। इन तीनों एजेंसियों का न्यायपालिका में भी विशेष महत्व है और यदि इन इन एजेंसियों की साख कम हो जाएगी तो इनके गठन का मकसद भी औचित्यहीन हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि ईडी, आईटी, सीबीआई के राजनीतिक इस्तेमाल से इनकी क्रेडिबिल्टी कम हो रही है। मैं इन तीनों एजेंसियों से मिलना चाहता हूं। मैं इन्हें बताना चाहता हूं कि इनकी क्रेडिबिल्टी नीचे जा रही है, जोकि नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों में जो अधिकारी नियुक्त होते हैं वह बड़ी परीक्षाएं पास करके आते है तो उनमें देश के प्रति निष्ठा से काम करने की क्षमता होनी चाहिए। उन्हें किसी के दबाव में आए बिना दिखाना चाहिए ईडी, सीबीआई और आईटी एजेंसियों के अधिकारी देश के लिए शपथ लेते हैं इसलिए उनका काम देश के प्रति और निष्पक्ष होना चाहिए।मणिपुर कई महीनों से जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री जी को वहां जाने की फुर्सत नहीं है। प्रधानमंत्री जी छापे डलवाने में व्यस्त हैं।”
गहलोत ने कहा कि जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाते हैं भाजपा के पाले में जाते ही उन्हें मंत्री बना दिया जाता है। उन्होंने अजित पवार का उदाहरण देते हुए कहा पहले उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और फिर उन्हें सरकार में शामिल कराकर वित्त विभाग दे दिया। ये पहले आरोप लगाते हैं और फिर भाजपा में शामिल करके अपनी वॉशिंग मशीन में सब धो देते है।