समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना, मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी

मुंबई, 25 जुलाई । महाराष्ट्र के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने शुक्रवार को अगले 24 घंटों के लिए रायगढ़, रत्नागिरी, गोंदिया, चंद्रपुर, भंडारा, गढ़चिरौली सहित पुणे घाट, सातारा घाट क्षेत्र के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही समुद्र में ऊंची ऊंची लहरें उठने की संभावना है। इसके चलते मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी दी गई है।

भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र ने 25 जुलाई, 2025 की शाम 5.39 बजे से 27 जुलाई, 2025 की रात 8.30 बजे तक मुंबई शहर, मुंबई उपनगरों, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग जिलों में 4.1 से 4.8 मीटर ऊँची ऊँची लहरें उठने की चेतावनी जारी की है। इस दौरान छोटी नावों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। समुद्र के कटाव और तट से ऊँची लहरें टकराने की चेतावनी जारी की गई है और जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मुंबई सहित कोंकण क्षेत्र में पिछले दो दिनों से लगातार जारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। पवई में भारी बारिश से चैतन्य नगर के कई घरों में बारिश का पानी भर गया है । इसी तरह अंधेरी सबवे, मिलन सबवे भी जलमग्र हो गया है। मुंबई नगर निगमकर्मी पंपिंग के सहयोग से जलनिकासी का काम जारी है। भारी बारिश से गढ़चिरौली जिले की पर्लकोटा नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है और निचले इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया जा रहा है।

इसी तरह भंडारा जिले में हो रही भारी बारिश से लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। रत्नागिरी जिले में जगबुडी नदी चेतावनी स्तर को पार कर गई है और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पवना बांध 82.21 फीसदी भर चुका है और जलग्रहण क्षेत्र में बारिश जारी है। नागरिकों को सूचित किया गया है कि पवना बांध से नदी तल में 1600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है। इसलिए लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थल पर जाने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है।

मुंबई को जलापूर्ति करने वाले जलाशय क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे मुंबई शहर और मुंबई उपनगरीय जिलों को पानी की आपूर्ति करने वाले मोदक सागर, मध्य वैतरणा और तानसा बांधों से क्रमश: 4488.25 क्यूसेक, 2012.67 क्यूसेक और 3315.25 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि आपदा को देखते हुए, प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को संभावित आपात स्थिति में सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

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