कोलकाता, 14 फरवरी । फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अर्धसैनिक बलों में भर्ती के मामले में सीबीआई ने पांच केंद्रीय बलों को पत्र भेजा है। जांच एजेंसी को पता चला है कि ये फर्जी दस्तावेज ऑनलाइन माध्यम से बारासात के प्रशासनिक भवन में भेजे गए थे।

सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जिन पांच केंद्रीय बलों को पत्र भेजा गया है, वे हैं –इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और असम राइफल्स। सीबीआई का दावा है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के जिन युवकों ने इन बलों में भर्ती के लिए आवेदन किया, उन्हें एक जालसाज गिरोह की मदद से बंगाल का निवासी दर्शाया गया।

इस मामले में सीबीआई ने सेना के एक कर्मचारी महेश चौधरी को गिरफ्तार किया है, जिसे इस गिरोह का अहम सदस्य बताया जा रहा है। पूछताछ में उसने बताया कि इन पांच केंद्रीय बलों में कई जवानों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी मिली है। प्रारंभिक जांच में 30 ऐसे लोगों की पहचान हो चुकी है। सीबीआई अब उन जवानों की जांच कर रही है, जिनके स्थायी पते में बंगाल के उत्तर 24 परगना या अन्य जिलों का उल्लेख है, जबकि वे वास्तव में बिहार या उत्तर प्रदेश के निवासी हो सकते हैं।

सीबीआई ने इन केंद्रीय बलों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे सभी संदिग्ध जवानों की पहचान करें। इसके बाद सीबीआई अधिकारी इन जवानों से पूछताछ करेंगे और उनके दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी। इसी क्रम में सीबीआई ने बारासात के एक प्रशासनिक अधिकारी से भी पूछताछ की है, जिन्होंने बताया कि उन्हें ऑनलाइन आवेदन मिले थे और उन्हें ये दस्तावेज फर्जी प्रतीत नहीं हुए, इसलिए उन्होंने इन पर स्वीकृति दे दी।