
काठमांडू, 27 जुलाई। नेपाल-चीन के बीच उत्तरी सीमा पार रसुवागढ़ी में फ्रेंडशिप ब्रिज (मैत्री पुल) पर पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो गया है। लगभग 10 मीटर चौड़ा और 100 मीटर लंबा यह पुल 8 जुलाई को लेंडे खोला में आई भीषण बाढ़ में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
रसुवा के प्रमुख जिला अधिकारी (सीडीओ) अर्जुन पौडेल ने रविवार को बताया कि नेपाल और चीन के बीच सीमा पार आवाजाही और व्यापार के पूर्ण रूप से ठप होने के बाद चीनी पक्ष ने बहाली के पहले चरण के रूप में बेली पुल का निर्माण शुरू कर दिया है। इस अस्थायी पुल के लिए ग्राउंड लेवलिंग पहले ही शुरू हो चुकी है। इससे पहले शनिवार को सीडीओ पौडेल के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय नेपाली प्रतिनिधिमंडल ने फ्रेंडशिप ब्रिज क्षेत्र का ऑन-साइट निरीक्षण किया।इस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों ने निर्माण स्थल पर एक बैठक की, जिसमें बाढ़ बचाव और राहत कार्यों, पुनर्निर्माण प्राथमिकताओं और एक स्थायी संरचना की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
रसुवा के जिला प्रशासन कार्यालय ने कहा कि तेजी से शुरू किए गए अस्थायी पुल निर्माण से स्थानीय लोगों, व्यापारियों और सीमा पार सेवा उपयोगकर्ताओं के लिए आवश्यक आवाजाही को बहाल करके तत्काल राहत मिलने की उम्मीद है। दोनों देशों के लिए स्थायी पुल पुनर्निर्माण भी सर्वोच्च प्राथमिकता है। चीनी समकक्षों ने आश्वासन दिया है कि बेली पुल सितंबर के मध्य तक पूरा हो जाएगा। इस बीच रसुवागढ़ी में एकीकृत सीमा शुल्क भवन का निर्माण अभी भी रुका हुआ है।