काठमांडू , 22 मार्च। सिन्धुपालचोक जिले में नेपाल-चीन सीमा पर स्थित 400 वर्ष पुराने जीर्ण-शीर्ण बौद्ध गुम्बा के पुर्ननिर्माण के लिए भारत सरकार ने 10 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं। साल 2015 में आए भूकम्प में यह ध्वस्त हो गया था। गुरुवार को काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी की उपस्थिति में इसका शिलान्यास किया गया।

इस पर स्थानीय लोगों ने खुशी जताई है। भोटेकोशी गांव पालिका के अध्यक्ष पासांग नोर्बु शेरपा गांव के तरफ से भारत सरकार और भारतीय दूतावास के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इसके दो साल के भीतर बन जाने की उम्मीद है। इस गुम्बा के प्रमुख बौद्ध धर्मावलम्बियों के अगुवा दोर्जे लामा का कहना है कि 2013 में स्थानीय लोगों से एकत्र दो करोड़ चंदा से इसकी मरम्मत कराई गई थी। 2015 के विनाशकारी भूकम्प में यह ध्वस्त हो गया था। शिलान्यास कार्यक्रम भोटेकोशी गांव पालिका के लिस्ती में हुआ है। वार्ड अध्यक्ष राजू लामा का कहना है कि गांव में 90 प्रतिशत लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं।

शिलान्यास समारोह में भारतीय दूतावास के पुनर्निर्माण इकाई के द्वितीय सचिव प्रशांत कुमार सोना प्रमुख रूप से मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि भूकम्प का केन्द्र रहे गोरखा जिले के बारपाक में भारत सरकार ने 50 हजार घर बनाकर स्थानीय लोगों को दिए हैं।