कोलकाता, 02 अगस्त । पश्चिम बंगाल राशन घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता अनीसुर रहमान और उसके भाई अलिफ नूर उर्फ मुकुल रहमान को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार सुबह दोनों ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी कार्यालय में पेश होकर पूछताछ का सामना किया था। 14 घंटे की पूछताछ के बाद देर रात गिरफ्तारी की गई।
इससे पहले ईडी राज्य के पूर्व खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय (बालू) मलिक और उनके करीबी व्यापारी बाकिबुर रहमान को भी इसी मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे अनीसुर और अलिफ कुछ दस्तावेज लेकर सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे थे। यहां कई पत्रकारों ने अनीसुर से दस्तावेजों के बारे में सवाल किया, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उनसे ज्योतिप्रिय और बारिक विश्वास के बारे में भी सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने सभी सवालों को टाल दिया। लंबी पूछताछ के बाद रात 2:00 बजे दोनों को गिरफ्तार करने की जानकारी मिली है।
उल्लेखनीय है कि राशन घोटाला मामले में मंगलवार सुबह से ही ईडी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी शुरू कर दी थी। उत्तर और दक्षिण 24 परगना के कई चावल मिलों पर भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापा मारा। इस छापेमारी में देगंगा स्थित अलिफ के घर और चावल मिल भी शामिल थे। साथ ही, बारिक के राजारहाट स्थित फ्लैट पर भी ईडी ने छापा मारा था। उसके फ्लैट में मंगलवार को नौ घंटे से अधिक समय तक तलाशी ली गई, जिसमें 20 लाख रुपये बरामद हुए थे। बारिक के चावल मिल में भी ईडी ने छापा मारा था। जब ईडी की टीम बारिक के घर और चावल मिल में तलाशी कर रही थी, तब एक और टीम देगंगा में अलिफ के घर और चावल मिल पहुंच गई। लगभग 21 घंटे की तलाशी के बाद, उनके घर से दो मोबाइल फोन, कई दस्तावेज और 13 लाख रुपये जब्त किए गए।
इसके बाद, बारिक और रहमान भाइयों को सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पेश होने के लिए तलब किया गया। अनीसुर और अलिफ गुरुवार को इसी तलब के तहत पेश हुए थे। देर रात ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।