नई दिल्ली, 17 अप्रैल। देश में आज रामनवमी की धूम है। सुबह से मंदिरों के बाहर लोग मंदिरों के बाहर कतारबद्ध हैं। दिल्ली के झंडेवालान मंदिर, कालकाजी शक्ति पीठ और छतरपुर मंदिर में लोग मां दुर्गा के रूपों की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। अयोध्याधाम में 500 साल के लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम के जन्म स्थान बने भव्य-दिव्य मंदिर में रामनवमी का त्यौहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है।

अयोध्याधाम में सूर्यवंशी भगवान श्रीराम के माथे पर स्वयं सूर्यदेव तिलक करेंगे। भगवान रामलला के ललाट पर सूर्य किरण 12 बजकर 16 मिनट पर करीब पांच मिनट तक पड़ेगी। इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की गई है। वैज्ञानिक इस अलौकिक पल को पूरी भव्यता से प्रदर्शित करने के लिए जुटे हुए हैं। आज रामलला भक्तों को 19 घंटे दर्शन देंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सिर्फ राम जन्मोत्सव के दिन यानी 17 अप्रैल को ही दर्शन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है। सुबह 3:30 बजे से भक्तों को दर्शन कराए जा रहे हैं। रात 11 बजे तक शृंगार, राग-भोग और दर्शन साथ-साथ चलेंगे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सुबह श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला का दिव्य अभिषेक किया। बेंगलुरु में रामनवमी के अवसर पर कोदंड राम स्वामी मंदिर में विशेष पूजा की गई है। गुजरात में सूरत के मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। ओडिशा के पुरी में रामनवमी के अवसर पर रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत से भगवान राम की मूर्ति बनाई। हरियाणा में पंचकूला के मनसा देवी मंदिर में लंबी कतार लगी हुई है। कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की शक्तिपीठों में भी लोग मां के दर्शन कर रहे हैं।