raj

कोलकाता, 7 नवंबर । केंद्रीय मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने शुक्रवार को एक गंभीर मामला उठाते हुए राज्य पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े किए ।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि राजगंज के बीडीओ के खिलाफ हत्या की सीधी शिकायत दर्ज होने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने पूछा कि “आख़िर पुलिस इस अधिकारी का पता लगाने में नाकाम क्यों है?”

मजूमदार ने अपने पोस्ट में लिखा कि उक्त अधिकारी उत्तर बंगाल से पश्चिम मेदिनीपुर के दांतन तक गया, जहां उसने पीड़ित परिवार को धमकाया और बाद में सरकारी वाहन (नीली बत्ती लगी गाड़ी) का इस्तेमाल कर एक व्यवसायी का अपहरण कर हत्या कर दी।

उन्होंने यह भी कहा कि इतने गंभीर आरोपों और ग़ैर-जमानती धाराएं लागू होने के बावजूद, पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। मजूमदार ने सवाल उठाया कि “यह जानबूझकर निष्क्रियता किसके निर्देश पर हो रही है?”

भाजपा नेता ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधते हुए लिखा, “जो पुलिस सालों से सत्तारूढ़ दल के इशारे पर आम नागरिकों और विपक्षी कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करती रही, वही पुलिस अब इस मामले में चुप क्यों है?”

उन्होंने आगे कहा, “क्या राज्य की कानून-व्यवस्था की मशीनरी ने पूरी तरह अपनी रीढ़ खो दी है? पश्चिम बंगाल पुलिस जो आईपैक के लिखे प्रेस ब्रीफिंग्स देने में हमेशा सक्रिय रहती है, अब अचानक गूंगी और बहरी क्यों हो गई है?”

डॉ. मजूमदार ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने तुरंत जवाब नहीं दिया, तो बंगाल की जनता चुप नहीं बैठेगी, क्योंकि “जनता जानती है कि अपराधियों को कौन संरक्षण दे रहा है और कौन इस पूरे षड्यंत्र को परदे के पीछे से चला रहा है।”