जयपुर 25 नवंबर ।  राजस्थान  विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया।शाम छह बजे संपन्न हुए मतदान में शाम पांच बजे तक 68 . 24 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।  मतदान सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरु हुआ ।

नौ बजे तक मतदान की गति धीमी रही। इन दो घंटों 9.77  प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। इसके बाद मतदान ने कुछ गति पकड़ी और मतदान केन्द्रों पर लंबी लंबी लाइने लग गई और मतदान के पहले चार घंटों में पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक मतदान बढ़कर 24.74 प्रतिशत तक पहुंच गया।

इसके बाद दोपहर एक बजे तक मतदान 40 प्रतिशत को पार कर गया। तीन बजे तक 55.63 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके थे और पांच बजे तक यह आंकड़ा 68.24 प्रतिशत तक पहुंच गया।

राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां, स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल सहित कई मंत्रियों ने भी अपने अपने क्षेत्र में मतदान किया। इनमें चुनाव लड़ रहे कुछ नेताओं का वोट अन्य क्षेत्र में होने से वे अपने लिए ही वोट नहीं कर पाये उनमें टोंक से चुनाव लड़ रहे पायलट ने जयपुर में मतदान किया।

इसी तरह आमेर से भाजपा प्रत्याशी डा पूनियां ने झोंटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डाला। इसी तरह विद्याधरनगर से प्रत्याशी एवं सांसद दिया कुमारी ने हवामहल क्षेत्र में अपने मताधिकार का उपयोग किया।इस दौरान मुख्य सचिव उषा शर्मा एवं पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने भी जयपुर में मतदाताओं के साथ लाइन में लगकर मतदान किया।

चुनाव में राज्य की 200 विधानसभा सीटों में 199 सीटों के लिए 1863 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गंगानगर जिले में करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया।

चुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस, मुख्य विपक्ष भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) , बहुजन समाज पार्टी (बसपा) राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भारत आदिवासी पार्टी, जननायक जनता पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी सहित करीब अस्सी पार्टियों के उम्मीदवार एवं करीब 730 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस में इस बार भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे नेताओं में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, मंत्रियों में शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, भजन लाल जाटव, विश्वेन्द्र सिंह, भंवर सिंह भाटी, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र सिंह यादव, शकुंतला रावत, उदय लाल आंजना, राम लाल जाट , महेंद्रजीत सिंह मालवीय एवं अशोक चांदना आदि शामिल हैं जो इस बार भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। इसी तरह इस बार कांग्रेस के कई मौजूदा विधायक भी फिर से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं।

इसी तरह भाजपा में भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनिया, सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा एवं देवजी पटेल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया के अलावा कई भाजपा विधायक इस बार फिर चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं।

इनके अलावा रालोपा के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी खींवसर से विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा हैं। रालोपा ने चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ चुनावी गठबंधन किया है और दोनों मिलकर 124 सीटों पर चुनाव लड़ा हैं। इस चुनाव में भाजपा 199 सीटों पर चुनाव लड़ा जबकि कांग्रेस 198 पर चुनाव लड़ा और वह एक सीट भरतपुर को अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए छोड़ दी थी जहां से रालोद के प्रत्याशी एवं मंत्री सुभाष गर्ग ने चुनाव लड़ा।

मतगणना आगामी तीन दिसंबर को होगी।