
नई दिल्ली, 25 अप्रैल। दिल्ली में महापौर और उपमहापौर के पदों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इकतरफा जीत हासिल की है। राजा इकबाल सिंह को महापौर और जय भगवान यादव को उपमहापौर के रूप में चुना गया है। उपमहापौर पद के लिए कांग्रेस की उम्मीदवार आरीबा खान ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे भाजपा के जय भगवान यादव को निर्विरोध उपमहापौर चुना गया। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (आआपा) ने भाग नहीं लिया, जिससे भाजपा की जीत पहले से सुनिश्चित मानी जा रही थी।
राजा इकबाल सिंह ने जीत के बाद सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि भाजपा दिल्ली नगर निगम में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले कुछ समय से नगर निगम में विकास कार्य सुस्त पड़े थे लेकिन भाजपा के आने से इन कार्यों में तेजी आएगी। उनका यह भी कहना था कि नगर निगम शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाएगा।
नगर निगम के चुनाव में 142 पार्षदों ने भाग लिया, जिसमें भाजपा के उम्मीदवार को 133 और कांग्रेस के उम्मीदवार को 8 मत मिले। महापौर चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 238 पार्षदों के साथ-साथ 10 सांसद (लोकसभा से सात और राज्यसभा से तीन) और 14 विधायक शामिल थे।
राजा इकबाल सिंह ने राजधानी की एक प्रमुख समस्या में प्रदूषण कम करने का भी आश्वासन दिया है। भाजपा की इस जीत के साथ दिल्ली में पार्टी की ट्रिपल इंजन की सरकार बन गई है। केंद्र, राज्य और नगर निगम तीनों स्तरों पर भाजपा की सत्ता होगी। यह जीत दिल्ली की राजनीति में भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि निवर्तमान महापौर महेश कुमार और उपमहापौर मेयर रविंद्र भारद्वाज के नहीं आने पर उपराज्यपाल ने सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी बनाया था। इस चुनाव से पहले पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।