
नई दिल्ली, 18 मार्च । लोकसभा में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य के बाद विपक्ष के हंगामें के चलते कार्रवाई पहले एक बजे और बाद में रेलवे की अनुदान मांगों के पारित होने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में आज शून्य काल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ पर विशेष वक्तव्य दिया। उनके वक्तव्य के बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष मुद्दे पर सवाल जवाब चाहता था। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि नियम 372 के तहत स्वेच्छा से मंत्री एवं प्रधानमंत्री अपना वक्तव्य दे सकते हैं। उसके बाद कोई सवाल जवाब नहीं होता है।
इसके बाद शून्य काल में कुछ सदस्यों ने अपना विषय रखा लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहने पर कार्यवाही को 01 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। एक बजे दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर रेलवे की अनुदान मांगों पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कल हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान भी विपक्ष ने हंगामा किया। इसी बीच मंत्री के जवाब के बाद अनुदान मांगों को सदन में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
रेलवे की अनुदान मागों के बाद जलशक्ति मंत्रालय से जुड़ी मांगों पर सदन ने विचार शुरू किया। बाद में हंगाम बढ़ते देख पीठासीन अधिकारी साधना राय ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।