
पटना, 6 जून । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को नालंदा के राजगीर में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन के दौरान जाति जनगणना, संविधान और कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान और सामाजिक न्याय पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन हम संविधान को मिटने नहीं देंगे। यह देश संविधान से ही चलेगा।
राहुल गांधी ने कहा कि देश की 90 फीसदी आबादी की सत्ता और फैसलों में कोई भागीदारी नहीं है। मुझे अपने देश की सच्चाई जाननी है, इसलिए मैं देश का एक्स-रे करना चाहता हूं। आप लोग इस गलतफहमी में नहीं रहिए। ये लोग सही जाति जनगणना नहीं होने देंगे। क्योंकि ये लोग जानते हैं कि जिस दिन सही जाति जनगणना करा लेंगे, इनकी राजनीति खत्म हो जायेगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट हों। हम सब मिलकर इस देश को न्याय और भाईचारे के रास्ते पर आगे ले जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की पुरानी परिभाषा सत्य, न्याय और अहिंसा थी। लेकिन नयी परिभाषा ‘क्राइम कैपिटल’ ऑफ इंडिया हो गया। इस राज्य ने न सिर्फ हिंदुस्तान को, बल्कि दुनिया को भी रास्ता दिखाया है। लेकिन आज यहां कानून-व्यवस्था चौपट है और जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री जी बार-बार पाला बदलते रहते हैं। कभी इधर, कभी उधर। लेकिन बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं आज भी आम लोगों से दूर हैं।
राहुल गांधी पर्वत पुरुष (माउंटेन मैन) दशरथ मांझी के गांव भी पहुंचे और स्वर्गीय दशरथ के समाधि स्थल पर नमन किया। राहुल दशरथ मांझी के परिजनों से मुलाकात भी की।
राजगीर से राहुल गांधी गयाजी लौटे, जहां उन्होंने गया-पटना मुख्य मार्ग स्थित पहाश्वर के एक रिसॉर्ट में महिलाओं के साथ एक विशेष संवाद कार्यक्रम में चर्चा की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। राहुल गांधी ने इस दौरान महिला अधिकारों, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक भागीदारी जैसे मुद्दों पर बात की।