पुण्यतिथि पर याद किए गए क्रांतिकारी देशबंधु चित्तरंजन दास

ओंकार समाचार

कोलकाता, 17 जून।  गंगा दशहरा एवं पितृ दिवस के पावन अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम की मध्य कोलकाता इकाई की ओर से आभासी काव्य गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया । गोष्‍ठी की अध्यक्षता संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरधर राय ने की। प्रांतीय महामंत्री राम पुकार सिंह मुख्य अतिथि एवं प्रांतीय सह महामंत्री बलवंत सिंह गौतम विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संयोजन मध्य कोलकाता के जिला अध्यक्ष रामाकांत सिन्हा ने एवं जिला महामंत्री स्वागता बसु ने और संचालन किया सौमि मजुमदार ने। कार्यक्रम का शुभारम्भ आलोक चौधरी की सरस्वती वन्दना से हुआ। जिला महामंत्री स्वागता बसु ने स्वागत भाषण दिया।

इस अवसर पर कुमारी श्रेष्ठा, रिंकी गुप्ता, रीता चन्द्र पात्रा, रेखा रजक, विष्णुप्रिया त्रिवेदी, सीमा शर्मा, विकास ठाकुर, श्वेता गुप्ता श्वेताम्बरी, सौमि मजुमदार, आलोक चौधरी, ऊषा जैन, राजीव मिश्रा, स्वागता बसु, रामाकांत सिन्हा एवं बलवंत सिंह गौतम ने अपनी रचनाएं प्रस्‍तुत की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ० गिरिधर राय ने गंगा जी के आविर्भाव पर व्याख्यान देते हुए अपनी रचना– ‘गौ गंगा गीता गायत्री जैसे अपने चारों धाम’ सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के मध्य, बंगाल के क्रांतिकारी देशबंधु चित्तरंजन दास को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया गया।

कार्यक्रम में देवेश मिश्र, ललिता जोशी, भारती मिश्रा, हिमाद्री मिश्रा, मनोरमा झा,नीलम झा, रंजना झा, आशुतोष मणि त्रिपाठी, कनिका साहा एवं शिवानी वर्मा भी उपस्थित रहीं। धन्यवाद ज्ञापन जिला अध्यक्ष रामाकांत सिन्हा ने किया।