शान्तिप्रतिष्ठा की ख़ातिर भी युद्ध जरूरी-  डॉ. राहुल अवस्थी

कोलकाता, 20 मई। राष्ट्रीय कवि संगम, पश्चिम बंगाल की उत्तर 24परगना ईकाई के तत्वावधान में आपरेशन सिन्दूर की सफलता के उपलक्ष्य में आभासी पटल पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता  डॉ.गिरिधर राय ने की ।

कार्यक्रम का आरंभ में रमाकांत सिन्हा ने सरस्वती वंदना की एवं श्रीमती सुषमा राय पटेल ने स्वागत भाषण दिया।

काव्य गोष्ठी में शामिल प्रमुख रचनाकार बलवंत सिंह गौतम, देवेश मिश्र, राजीव मिश्र, गौतम, सोमा सरकार , रीमा पांडेय, हिमाद्रि मिश्रा, सुषमा राय पटेल, रेखा रजक,  रुपम महतो, पुष्पा मिश्रा, स्वागता बसु, डॉ.राजन शर्मा ने  स्वरचित रचनाओं  का पाठ ऐसे अन्दाज में किया कि सभी श्रोतागण काव्य रस में सराबोर होकर झूम उठे। मुख्य अतिथि डॉ.मधु चतुर्वेदी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ राहुल अवस्थी ने अपनी गरिमामयी उपस्थित एवं प्रस्तुति से कार्यक्रम की शोभा में चार चाँद लगा दिए।

डॉ. राहुल अवस्थी ने जब अपनी कविता ” शान्तिप्रतिष्ठा की ख़ातिर भी युद्ध जरूरी होता है”  पढ़ी तो श्रोतगण जोश से भर गये। श्रोता के रुप में जितेन्द्र सिंह ज्ञानी (गजरौला), विजय ओझा , नागेन्द्र दूबे, मीतू कानोड़िया,  राजेश अग्रवाल, प्रगति शंकर ( झांसी) आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन कंचन राय ने किया।  जिला उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पा मिश्रा ने सभी रचनाकारों, अतिथियों और श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापन किया।