
मुर्शिदाबाद, 29 मई । मुर्शिदाबाद जिले में एक योग्य लेकिन नौकरी से वंचित शिक्षक की गुरुवार को अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मृतक शिक्षक की पहचान प्रवीण कर्मकार (33) के रूप में हुई है, जो जियागंज के आमाइपाड़ा विद्यापीठ में नवम और दशम कक्षा के लिए अंग्रेजी पढ़ाते थे।
परिवार के मुताबिक, गुरुवार तड़के उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और उन्हें तत्काल जंगीपुर महकुमा अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
स्कूल सूत्रों के अनुसार, प्रवीण कर्मकार ने वर्ष 2019 में इस स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यभार संभाला था। वह 2016 के स्कूल सर्विस कमिशन (एसएससी) पैनल के तहत नियुक्त हुए थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें और स्कूल के तीन अन्य शिक्षकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। बाद में जब सुप्रीम कोर्ट ने नया निर्देश जारी किया, तब उन्होंने दोबारा स्कूल में योगदान दिया।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्देश दिया है कि 2016 पैनल के तहत जिनकी नौकरी गई थी, उन्हें फिर से परीक्षा देकर ही दोबारा नियुक्ति मिल सकती है। इस अनिश्चितता और फिर से परीक्षा देने के दबाव से प्रवीण मानसिक तनाव और अवसाद से जूझ रहे थे।
स्कूल के प्रधानाचार्य सुदर्शन विश्वास ने बताया कि 30 अप्रैल से स्कूल में गर्मी की छुट्टियां शुरू हुई थीं, लेकिन उसी दिन प्रवीण स्कूल आए थे। जब से उन्होंने दोबारा स्कूल जॉइन किया था, तब से वे दबाव में थे। वे बच्चों में बेहद लोकप्रिय थे और पूरी निष्ठा से पढ़ाते थे।
परिजनों ने बताया कि प्रवीण तीन भाइयों में बीच वाले थे और उनके माता-पिता अब भी जीवित हैं। पुलिस ने जानकारी दी है कि प्रवीण की मौत को लेकर रघुनाथगंज थाने में किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।