जयपुर, 18 अक्टूबर। राजस्थान में एक कंपनी ने ऐसा उपकरण तैयार किया हैं जिसके घर में लगाने पर बिजली के नंगे तार के छू जाने पर भी करंट नहीं लगेगा। इस उपकरण की अंतरराष्ट्रीय स्तर मांग बढ़ने लगी है।

सेफआन पावर प्यूरिफाई डिवाइस नाम के उपकरण की निर्माता कंपनी पुंटो कॉर्पोरेशन प्रा.लि. जयपुर ने बुधवार को मीडिया को बताया कि हर स्तर पर अपनी दक्षता में खरी उतरी इस डिवाइस के भारत में अच्छे परिणामों की बदौलत अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ने लगी है। इसलिए डिवाइस को ओमान, ईरान, दुबई, हॉलैंड एवं नीदरलैंड में पेटेंट करवाकर इसके विक्रय करने की तैयारी है। डिवाइस के गहन अध्ययन एवं तकनीकी सहयोग के लिए नीदरलैंड सरकार की संस्था पम के वरिष्ठ विशेषज्ञ पीटर आलिरुक जयपुर आये हैं।

आलिरुक करीब 15 दिन तक सेफआन पावर प्यूरिफाई डिवाइस की निर्माता कंपनी पुंटो कॉर्पोरेशन प्रा.लि. जयपुर के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पर कंपनी के इंजिनियर्स के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे। इस अवसर पर मौजूद आलिरुक ने भारत की तकनीक की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत की तकनीक ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि इस डिवाइस को अच्छी तरह देखा और समझा हैं जो एक अदभुत एवं बेहतरीन उपकरण हैं।

प्रेस वार्ता में बताया गया कि यह ऐसा उपकरण है कि बिजली का शार्ट सर्किट होने पर बिजली की आपूर्ति बंद हो जायेगी और शार्ट सर्किट ठीक होने के बाद उपकरण फिर से अपना काम शुरु कर देगा। इस उपकरण का उपयोग किलोवाट के हिसाब उपयोग किया जा सकेगा और पांच किलोवाट की क्षमता पर एक उपकरण की कीमत करीब 32 हजार रुपए होगी जो कम से कम हैं। यह पहला ऐसा उत्पाद है जिस पर बीमा भी मिलेगा। इसके लगाने के बाद बिजली से किसी प्रकार के हादसे की संभावना कम है लेकिन इसके बाद भी उपकरण के काम नहीं करने पर हुए किसी हादसे पर 50 लाख रुपए का बीमा मिलेगा।

एमएनआईटी के इनोवेशन एंड इन्क्युबेशन सेंटर जयपुर के तकनीकी सहयोग से इस डिवाइस को करीब नौ साल बाद केन्द्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार विभाग (आईपीआरडी) की ओर से पेटेंट मिल चुका है। इसे सेफ्टी प्रोफेशनल्स एसोसिएशन आफ इंडिया ने भी प्रमाणित किया है वहीं सेफआन पावर प्यूरिफाई को केंद्र सरकार की ओर से एसएसआई लाइसेंस मिल चुका है। आईएसओ सर्टिफाई इस डिवाइस को सीई सर्टिफिकेट प्राप्त है।

 

पुंटो के डायरेक्टर धर्मराज बोथरा ने बताया कि इस डिवाइस का अपग्रेडेशन करने के साथ इसकी साइज एवं वजन को कम कर इसके लागत मूल्य को कम करके मध्यम वर्ग की पहुंच तक लाना मुख्य उदेश्य है। बोथरा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर के नवाचारी स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार के डिपॉर्टमेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (डीएसटी) द्धारा देशभर के 75 स्टार्टअप्स का चयन किया गया, जिसमें राजस्थान से एकमात्र कंपनी पुंटो के इस डिवाइस का चयन किया गया। सेफआन पावर प्यूरिफाई डिवाइस को घर या फैक्ट्री के अंदर मीटर के आगे लगाया जाता हैं। डिवाइस को लगाने के बाद घर पूरी तरीके से सुरक्षित रहता है। घर में कहीं भी शॉर्ट सर्किट नहीं होता। साथ ही यह डिवाइस वोल्टेज को भी नियंत्रित रखता है, जिससे घर में मौजूद सभी इलेक्ट्रिक सामान कम या ज्यादा वोल्टेज होने से खराब नहीं होते। बड़े शोरूम और फैक्ट्रियों में भी इस डिवाइस को लगाया जा सकता है। यह डिवाइस घर या फैक्ट्री के किलोवाट लोड के हिसाब से लगाई जाती है।

सेफ आन पावर प्यूरिफाई डिवाइस के फिलहाल चार वेरिएंट-करंट के झटके, शॉर्ट सर्किट से बचाने, बिजली के फ्लेक्चुएशन को रोकने के लिए रिलेबेस स्टेबलाइजर एवं सर्वो सटेबलाइजर युक्त हैं। आईआईटी रूड़की से वर्ष 1974 में ग्रेजुएट इंजिनियर आरके श्रीवास्तव के सुपरविजन में टैक्नीकल टीम इंटरनेट आफ थिंग्स पर रिसर्च कर रही है। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो डिवाइस को इंटरनेट के जरिए आपरेट किया जा सकेगा।

इस दौरान पम के भारत में प्रतिनिधि पुनीत रमन, एमएनआईटी इनोवेशन एंड इन्क्युबेशन सेंटर के डायरेक्टर एवं डीन एकेडमिक (अफेयर्स एंड आपरेशन) ज्योतिमर्य माथुर, सीनियर आपरेशन मैनेजर संजय गौड़, एसोसिएट डीन (इन्क्युबेशन) मोनिका शर्मा, पुंटो के डायरेक्टर अमित पारीक, कंपनी के प्रतिनिधि ऋषिराज सक्सेना, अंकुर कांडा एवं कर्नल राजकुमार अग्रवाल मौजूद थे।