मुंबई, 21 फरवरी। पुणे पुलिस ने पिछले चार दिन में तकरीबन चार हजार करोड़ रुपये की एमडी ड्रग बरामद करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए तस्करी कारोबार से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मीडिया को बताया कि पुणे पुलिस ने ड्रग मामले की एक छोटी कार्रवाई की छानबीन करते हुए इतना बड़ा ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस इस मामले में अभी और छानबीन कर रही है। निश्चिततौर पर पुणे पुलिस का काम काबिले तारीफ है। फडणवीस ने पुणे पुलिस को इस छानबीन के लिए बधाई दी है।
जानकारी के अनुसार पुणे पुलिस ने 18 फरवरी को एक जानकारी के आधार पर पुणे पेठ इलाके में छापेमारी कर दो किलो एमडी जब्त किया था। इसकी जांच के बाद पुलिस ने 19 फरवरी को विश्रांतवाड़ी के एक गोदाम से एक सौ करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 55 किलोग्राम एमडी जब्त की। फिर पुलिस ने 20 फरवरी को कुरकुंभा एमआईडीसी की एक फैक्ट्री से 1100 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग जब्त किया। इन छापों के दौरान पुलिस ने ड्रग तस्करी में लिप्त तीन लोगों को गिरफ्तार किया। तीनों की पहचान हैदर शेख, वैभव माने और अजय करोसिया के रूप में की गई। इन सभी से गहन पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर पुणे पुलिस ने दिल्ली में 20 फरवरी को छापामारी करते हुए आठ साै करोड़ रुपये कीमत की चार सौ किलो एमडी जब्त किया। इसी कड़ी में 21 फरवरी को फिर एक अन्य ऑपरेशन में पुणे पुलिस ने दिल्ली में दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर 1,200 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 600 किलोग्राम एमडी जब्त की है।
पुलिस की छानबीन में पता चला है कि ड्रग नमक के पैकेटों में छिपाकर पुणे से मुंबई, दिल्ली तक सप्लाई की जाती थी। इसे देखते हुए पुलिस की टीम इन शहरों में भी छापामार कार्रवाई कर रही है। पुलिस अभी दो अन्य लोगों को सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि अब तक जब्त किए गए एमडी में यह सबसे बेहतरीन क्वालिटी का एमडी है। बताया गया है कि कुरकुंभ में निर्मित ड्रग को मुंबई, मीरा भयंदर, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और नेपाल के रास्ते विदेश भेजा जा रहा था। इस जानकारी के बाद क्राइम ब्रांच की टीमें अलग-अलग राज्यों में रवाना कर दी गई हैं। इस मामले में बहुत जल्द और भी ड्रग तस्करों के गिरफ्तार होने की संभावना जताई जा रही है।