मुंबई, 28 जून । उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि पुणे पोर्श कार हादसे की जांच में पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की सक्रिय भूमिका रही है, लेकिन इस मामले में किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। साथ ही पुणे में ड्रग रैकेट को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय बडेट्टीवार की ओर से लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। विजय बडेट्टीवार ने पुणे में चल रहे गैरकानूनी काम और पोर्शे कार हादसे में पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की भूमिका को संदेहास्पद बताया और उन पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने एक प्रस्ताव के माध्यम से पुणे में ड्रग के बढ़ रहे सेवन पर चिंता जताई और कहा कि इससे युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। पुणे में 27 से अधिक पब गैरकानूनी तरीके से चल रहे हैं और इन पबों में युवकों को शराब से अधिक ड्रग परोसी जा रही है। साथ ही पुणे के ससून अस्पताल की ड्रग माफिया से ही नहीं, अपराधियों के साथ सांठगांठ कई बार सामने आई, लेकिन कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पोर्शे कार हादसे में पुलिस आयुक्त ने तत्काल कार्रवाई की और दोषी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया। इतना ही नहीं, इस मामले में ससून अस्पताल के दोषी पाए गए डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया गया और उन्हें निलंबित किया गया है। पुणे राज्य की शिक्षा की नगरी है, यहां ड्रग का सेवन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस सिलसिले में कठोर कार्रवाई की जा रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अब तकनीक इतनी विकसित हो गई है कि किसी भी जगह केमिकल के माध्यम से ड्रग बनाई जाने लगी है। इसका पर्दाफाश हाल ही में सूबे में एक जगह छापेमारी के बाद हुआ है और वहां से तीन हजार से अधिक ड्रग पकड़ी गई थी। इसलिए इस ड्रग के मामले में केंद्रीय जांच संस्थाओं के साथ मिलकर रोकथाम की योजना बनाई जा रही है।