दक्षिण दिनाजपुर, 2 सितंबर ।आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या की कोशिश के विरोध में स्थानीय आदिवासी संगठन ने सोमवार को 12 घंटे की हड़ताल बुलाई थी, लेकिन प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद इसे वापस ले लिया गया। इसके बावजूद दक्षिण दिनाजपुर के बंशीहारी में सोमवार को आंदोलनकारयों ने एक सरकारी बस में आग लगा दी।
हालांकि बालुरघाट, गंगारामपुर समेत कई जगहों पर जन जीवन सामान्य रहा। दुकानें खुलीं रहीं। यातायात भी सामान्य रहा।
पिछले सप्ताह बंशीहारी में एक आदिवासी नाबालिग के साथ बलात्कार और हत्या के प्रयास के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ ऑल आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन ने सोमवार को दक्षिण दिनाजपुर जिले में 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था। जिला पुलिस ने हड़ताल रोकने के लिए रविवार दोपहर यूनियन के सदस्यों के साथ एक बैठक की। बैठक के बाद संगठन के सदस्यों ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की थी लेकिन एक रात में इस फैसले की खबर जिले के हर आदिवासी इलाके तक नहीं पहुंची। नतीजतन सोमवार बंशीहारी, दौलतपुर के आदिवासी सोमावार सुबह से ही बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतर गये।
सोमवार सुबह एक सरकारी बस यात्रियों को लेकर गंगारामपुर से बर्दवान के कालना जा रही थी। बंशीहारी थाना अंतर्गत दौलतपुर के पास बंद समर्थकों ने बस का रास्ता रोक दिया। यात्रियों को बस से उतार दिया । इसके बाद सरकारी बस में आग लगा दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग तुरंत वहां पहुंच गया। दमकलकर्मियों ने बस की आग को तुरंत बुझा दिया लेकिन बस को काफी नुकसान हुआ है. पुलिस इस घटना के आरोपितों की तलाश कर रही है।