हजारीबाग, 7 जुलाई । बेलतू गांव में चल रहे झंडा विवाद  में सोमवार को उस समय नया मोड़ आ गया जब हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल और बड़कागांव के विधायक रोशन लाल चौधरी को सीकरी थाना पुलिस ने बेलतू गांव जाने से पहले ही रोक लिया। उन्हें थाने में डिटेन कर नजरबंद कर दिया। प्रशासन ने निषेधाज्ञा  का हवाला देते हुए क्षेत्र में प्रवेश पर रोक लगाई है।

जानकारी के अनुसार, बेलतू गांव में दो समुदायों के बीच धार्मिक झंडा लगाने को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। बीते कुछ दिनों से विवाद गहराता जा रहा है, जिसे सुलझाने के लिए प्रशासन सक्रिय है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है। सांसद मनीष जायसवाल और विधायक रोशन लाल चौधरी दोनों ही संबंधित क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। इसके बावजूद उन्हें बेलतू गांव में जाने की अनुमति नहीं दी गई।

सांसद मनीष जायसवाल ने प्रशासनिक कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा, कि हम क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से जा रहे थे। हमारा प्रयास था कि हम लोगों से संवाद स्थापित कर समाधान निकालें, लेकिन प्रशासन ने हमें रोककर लोकतांत्रिक मूल्यों को ठेस पहुंचाई है। जानकारी के अनुसार, हजारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र के बेलतु गांव में एक पक्ष के लोगों ने हंगामा किया। पुराना पंचायत भवन के सामने धार्मिक जुलूस को रोक दिया। जुलूस शाम पांच बजे रानी तालाब कर्बला के लिए निकला था, जहां मेले का आयोजन होता है। लेकिन जुलूस बेलतु गांव में रुका हुआ है।

इसे लेकर बताया गया कि एक दिन पहले बेलतु बाजारटांड़ में झंडा लगाने को लेकर विवाद हुआ था। अब एक पक्ष का कहना है कि जब तक झंडा नहीं हटेगा, तब तक जुलूस को नहीं जाने दिया जायेगा। घटना की सूचना पर सदर एसडीओ बैद्यनाथ कामती, बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार, केरेडारी सीओ और बीडीओ वहां पहुंचे। इस दौरान लोगों को समझाने का प्रयास किया गया।