कोयंबटूर, 30 जून । कोयंबटूर के रेसकोर्स इलाके में स्थित एक होटल में सोमवार को फाइबर यार्न पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा विशेष रूप से शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर तमिलनाडु में कपड़ा क्षेत्र में हो रहे बेहतरीन कार्यों की प्रसंशा की।

केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में राष्ट्रीय कपड़ा निगम से संबंधित उन सात मिलों को खोलने के लिए कदम उठाए जाएंगे,जो कोरोना महामारी के दौरान बंद हो गई थीं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु कपड़ा के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहा है। केंद्र सरकार इस क्षेत्र में उत्थान के लिए तमिलनाडु को हर संभव सहयोग कर रही है और आगे भी करेगी। उन्होंने कहा कि कपड़ा श्रमिकों की समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा।

दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान तमिलनाडु में नेशनल टेक्सटाइल कॉरपोरेशन की सात मिलें बंद हो गयीं थीं। मजदूर संगठनों ने इसे लेकर कहा था कि वे केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे और बंद मिलों को खोलने की मांग करेंगे। इसके लिए सीआईटीयू, एटक, एचएमएस, एलपीएफ समेत आठ केंद्रीय मजदूर संगठनों से जुड़े नेता और कार्यकर्ता रेसकोर्स इलाके में एकत्र हुए थे।

हालांकि, मजदूर संगठनों के विरोध की जानकारी मिलते ही इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी। 50 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और जवान तैनात कर दिए गए। अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन में शामिल होने आए मजदूर संगठनों के नेताओं से बातचीत की और उन्हें केंद्रीय कपड़ा मंत्री से शांतिपूर्ण वार्ता के लिए राजी किया।

पुलिस की पहल पर मजदूर नेताओं ने राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा से मुलाकात की और उनके सामने अपनी मांगें रखीं। उनकी मांगों में मुख्य रूप से तमिलनाडु में बंद मिलों को तुरंत खोलने और मजदूरों को पूरा वेतन देने की मांग शामिल रहीं। करीब आधे घंटे तक चली वार्ता के बाद केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री ने कहा कि मजदूर संगठनों की मांगों पर वरिष्ठ मंत्रियों से चर्चा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।———