नई दिल्ली, 23 नवंबर । केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने मतगणना के दौरान अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाकपा उम्मीदवार सत्यन मोकरी पर 4 लाख 10 हजार 931 वोटों की निर्णायक बढ़त बना ली है। इस सीट पर प्रियंका गांधी की जीत लगभग तय मानी जा रही है। इससे उत्साहित प्रियंका गांधी ने वायनाड के मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखी है। इसमें उन्होंने वायनाड के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा है कि वह संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनेंगी।

निर्वाचन आयोग के ताजा मतगणना रुझानों के अनुसार वायनाड लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी को कुल 6 लाख 22 हजार 338 वोट मिले हैं जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार सत्यन मोखेरी को कुल 2 लाख 11 हजार 407 वोट मिले हैं। भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार नव्या हरिदास को कुल 1 लाख 9 हजार 939 वोट मिले हैं।

इससे उत्साहित प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक भावुक पोस्ट लिखकर वायनाड के मतदाताओं का आभार जताया है। प्रियंका ने लिखा, “मेरे प्रिय बहनों और भाइयों, वायनाड में मैं आपके द्वारा मुझ पर किए गए विश्वास के लिए आभार से अभिभूत हूं। मैं सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ आप वास्तव में महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है और जिस व्यक्ति को आपने अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी आशाओं और सपनों को समझता है और आपके लिए आपके अपने की तरह लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज बनने की प्रतीक्षा कर रही हूं! इस सम्मान के लिए धन्यवाद और उससे भी अधिक आपके द्वारा दिए गए विशाल प्रेम के लिए दिल से मेरे यूडीएफ के सहयोगियों, केरल के विभिन्न नेताओं, कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और मेरे कार्यालय के सहयोगियों का धन्यवाद, जिन्होंने इस अभियान में अविश्वसनीय मेहनत की। खासकर उन कार्यकर्ताओं का जिन्होंने दिन-रात 12 घंटे की यात्रा की, बिना किसी विश्राम या भोजन के, उन सबका बहुत आभार।”

प्रियंका ने उन्हें सच्चा सिपाही करार देते हुए कहा कि वे सभी उन आदर्शों के लिए लड़ रहे थे, जिन पर वे सब विश्वास करते हैं।

प्रियंका ने अपने परिवार के लोगों का भी आभार जताया। उन्होंने कहा, “मेरी माँ, रॉबर्ट और मेरे दो रत्न- रेहान और मिराया के प्रेम और साहस के लिए कोई भी आभार कभी पर्याप्त नहीं है। मेरे भाई राहुल, तुम सब में सबसे बहादुर हो… मुझे रास्ता दिखाने और हमेशा मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद!”