नई दिल्ली, 29 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र को बड़ा तोहफा दिया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में 11,200 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया।

उन्होंने जिला न्यायालय से स्वारगेट तक पुणे मेट्रो सेक्शन का उद्घाटन किया। बिडकिन औद्योगिक क्षेत्र को राष्ट्र को समर्पित किया और सोलापुर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। भिडेवाड़ा में क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले के बालिका विद्यालय के स्मारक की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “आज महाराष्ट्र को नए संकल्पों के साथ बड़े लक्ष्यों की जरूरत है।” उन्होंने पुणे जैसे शहरों को प्रगति और शहरी विकास का केंद्र बनाने की जरूरत पर बल दिया।

मोदी ने महाराष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित करने में विकास-संचालित शासन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस निरंतरता में कोई भी व्यवधान राज्य के लिए महत्वपूर्ण नुकसान का कारण बनता है। उन्होंने मेट्रो पहल से लेकर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं तक विभिन्न रुकी हुई परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जो डबल इंजन सरकार के आने से पहले ही विलंबित हो गई थीं।

प्रधानमंत्री ने शहर से सीधा हवाई संपर्क स्थापित करने के लिए सोलापुर हवाई अड्डे के उद्घाटन का जिक्र करते हुए कहा, ‘भगवान विट्ठल के भक्तों को भी आज एक विशेष उपहार मिला है।’ उन्होंने बताया कि टर्मिनल की क्षमता में वृद्धि हुई है और मौजूदा हवाई अड्डे के उन्नयन कार्य के पूरा होने के बाद यात्रियों के लिए नई सेवाएं और सुविधाएं बनाई गई हैं, जिससे भगवान विट्ठल के भक्तों के लिए सुविधा बढ़ गई है।

आज की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि जहां एक तरफ़ पुणे मेट्रो सेक्शन डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से स्वारगेट का उद्घाटन हुआ है, वहीं दूसरी तरफ़ स्वारगेट से कटराज लाइन की आधारशिला भी रखी गई है। प्रधानमंत्री ने 2016 से अब तक पुणे मेट्रो के विस्तार के लिए किए गए काम की सराहना की, क्योंकि इसमें तेज़ी से निर्णय लिये गए और बाधाओं को दूर किया गया। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने पुणे में मेट्रो का आधुनिक नेटवर्क तैयार किया है जबकि पिछली सरकार 8 साल में बमुश्किल एक भी मेट्रो पिलर बना पाई थी।

प्रधानमंत्री ने सामाजिक परिवर्तन में महिला नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने महाराष्ट्र की महिला सशक्तिकरण की विरासत, विशेष रूप से सावित्रीबाई फुले के प्रयासों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने पहला बालिका विद्यालय खोलकर महिला शिक्षा के लिए आंदोलन की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री ने सावित्रीबाई फुले स्मारक की आधारशिला रखी, जिसमें एक कौशल विकास केंद्र, एक पुस्तकालय और अन्य आवश्यक सुविधाएं शामिल होंगी।

राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।