नई दिल्ली, 9 अगस्त। देश की आधुनिक और तेज़गति से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के बेड़े में 10 अगस्त को तीन नई ट्रेनों का इजाफा होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केएसआर बेंगलुरु–बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस, श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा–अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस और नागपुर (अजनी)–पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे।

रेल मंत्रालय के अनुसार इन तीन नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत से कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर जैसे चार प्रमुख राज्यों में न केवल यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा, बल्कि पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। केएसआर बेंगलुरु–बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक को मिलने वाली 11वीं ट्रेन होगी, जिससे राज्य में कुल सेवाओं की संख्या 22 हो जाएगी। यह ट्रेन धारवाड़, हुब्बली, हावेरी, दावणगेरे, तुमकूर और यशवंतपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी।

नागपुर (अजनी)–पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस महाराष्ट्र के यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी बनेगी। इसके प्रमुख ठहराव वर्धा, बडनेरा, शेगांव, अकोला, भुसावल, जलगांव, मनमाड़, कोपरगांव, अहिल्यानगर और दौंड कॉर्ड लाइन होंगे। इस सेवा के जुड़ने से महाराष्ट्र में वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या 12 (24 सेवाएं) हो जाएगी।

श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा–अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस जम्मू-कश्मीर और पंजाब दोनों राज्यों को जोड़ने वाली एक प्रमुख ट्रेन होगी। यह जम्मू तवी, पठानकोट कैंट, जालंधर शहर और ब्यास जैसे स्टेशनों पर रुकेगी। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में कुल 5 वंदे भारत ट्रेनों (10 सेवाएं) और पंजाब में भी 5 ट्रेनों (10 सेवाएं) का संचालन होगा।

इन तीन ट्रेनों के जुड़ने के बाद देशभर में संचालित वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की संख्या 144 से बढ़कर 150 हो जाएगी। अब तक 6.3 करोड़ से अधिक यात्री इन ट्रेनों में सफर कर चुके हैं, जो इसकी लोकप्रियता का स्पष्ट संकेत है।

पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनी यह सेमी-हाईस्पीड ट्रेन ‘कवच’ सिस्टम से लैस है, जिससे ट्रेन सुरक्षा का उच्चतम स्तर सुनिश्चित होता है। इसमें फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, आरामदायक सीटें, मॉडर्न टॉयलेट और इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही हर कोच में जीपीएस आधारित रियल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम लगा है, जिससे यात्रियों को स्टेशन, स्पीड और लोकेशन की जानकारी मिलती रहती है।

रेलवे के अनुसार सरकार का लक्ष्य है कि वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से देश के हर कोने को तेज, सुरक्षित और अत्याधुनिक रेल सेवाओं से जोड़ा जाए, और यह लॉन्च उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।