
कमिश्नर और डीएम से की विस्तृत चर्चा, राहत कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
वाराणसी, 02 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ की विकट स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। शनिवार को सेवापुरी ब्लॉक के बनौली गांव में आयोजित जनसभा में महज तीन घंटे के लिए आए प्रधानमंत्री ने वाराणसी कमिश्नर एस. राजलिंगम और जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार से बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी अकेले में ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियों, शिविरों में रह रहे लोगों की व्यवस्थाओं और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी मांगी। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता तत्काल और सुचारु रूप से उपलब्ध कराई जाए।
वाराणसी में गंगा नदी शुक्रवार शाम चेतावनी बिंदु (70.262 मीटर) को पार कर खतरे के निशान (71.262 मीटर) की ओर बढ़ रही है। शनिवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 70.87 मीटर दर्ज किया गया, जो हर घंटे औसतन तीन सेंटीमीटर की गति से बढ़ रहा है।
केन्द्रीय जल आयोग ने संभावना जताई है कि इस वर्ष 1978 की विनाशकारी बाढ़ का रिकॉर्ड टूट सकता है। गंगा में लगातार उफान और पलट प्रवाह से सहायक नदी वरुणा भी रौद्र रूप में आ गई है। दोनों नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। बाढ़ के पानी से घिरे मोहल्लों में जनजीवन ठप हो गया है और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार ने हालात पर कड़ी नजर रखी है। शासन के निर्देश पर एनडीआरएफ, जल पुलिस और जिला प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।