भोपाल, 10 मार्च। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से मध्य प्रदेश के ग्वालियर और जबलपुर में नवनिर्मित एयर टर्मिनल भवनों का वर्चुअली शुभारंभ किया। इस मौके पर देशभर के 15 एयरपोर्टों के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया गया। ग्वालियर का विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट सिर्फ 16 महीने में बनकर तैयार हुआ है।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से प्रधानमंत्री मोदी ने राजधानी दिल्ली में नवनिर्मित विश्व के दूसरे सबसे बड़े एयरपोर्ट सहित 9811 करोड़ लागत की 15 हवाई अड्डा परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें लगभग 498 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुए ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के भव्य टर्मिनल भवन और लगभग 450 करोड़ की लागत से निर्मित जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का लोकार्पण भी किया है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के मौसम में पहले की सरकार में बैठे लोग लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए घोषणाएं कर देते थे। साथ ही सांसद में भी रेलवे की नई घोषणाएं कर देते थे। आज देश देख रहा है मोदी दूसरी मिट्टी का इंसान है। वर्ष 2019 में भी हमने शिलान्यास किए थे, वे चुनाव के लिए नहीं किए। उसका हम लोकार्पण कर चुके हैं। ये विकास की मेरी अनंत यात्रा का अभियान है और मैं वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए तेजी से दौड़ रहा हूं और देश को तेज गति से दौड़ा रहा हूं।
इस अवसर पर ग्वालियर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर व उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा मौजूद रहे।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि आज देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं, जिन्होंने देश का झंडा देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं, चांद पर ही गाड़ कर रख दिया है। उन्होंने बताया कि उप्र में छह, मप्र में दो, महाराष्ट्र में दो, कर्नाटक में दो, आंध्र प्रदेश में एक, पंजाब में एक और दिल्ली में एक कुल 15 एयरपोर्ट टर्मिनल का लोकार्पण-शिलान्यास किया गया। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में मप्र का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया गया है। अब तीन नए एयरपोर्ट बनने जा रहे हैं। उज्जैन में भी नया एयरपोर्ट बनने जा रहा है। गुना और शिवपुरी में एयरपोर्ट बनने जा रहे हैं। मप्र में पहले चार एयरपोर्ट थे, अब 10 एयरपोर्ट होने जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पहले अकुशल मजदूरों की मासिक मजदूरी 1625 थी, उसे बढ़ाकर 11 हजार 450 रुपये की जा रही है। अर्द्धकुशल मजदूरों की की मासिक मजदूरी एक हजार 764 से 12 हजार 446 रुपये, खेतिहर मजदूर की मजदूरी एक हजार 396 रुपये से नौ हजार 60 रुपये की जाएगी। उन्होंने कहा कि मजदूरी छोड़ने वाले मजदूरों को भी संबल योजना में शामिल करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना 2.0 के अंतर्गत 30,591 श्रमिक परिवारों को 678 करोड़ रुपये की अनुग्रह सहायता राशि का सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरण करने के साथ ही विभिन्न विकास कार्यों की भी सौगात दी।
ग्वालियर में महाराजपुरा स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल देश में सबसे तेजी से बनने वाले एयरपोर्ट में शुमार है। एयर टर्मिनल साढ़े 16 माह में बनकर तैयार हुआ। खास बात है कि यह इंदौर और भोपाल के टर्मिनल से भी बड़ा है। ग्वालियर शहर वर्तमान में हवाई मार्ग से देश के सात शहरों से जुड़ा हुआ है। नए एयर टर्मिनल से ए-320 और बोइंग 777 विमान उड़ान भर सकेंगे। साथ ही इस टर्मिनल पर एक बार में नौ एयरबस खड़ी होने की क्षमता है। यहां चार पार्किंग-वे, पांच रिमोट पार्किंग-वे के अलावा चार पार्किंग छोटे विमान और हेलीकाप्टर के लिए रहेंगे। करीब दो लाख वर्ग फीट से बना यह विमानतल मप्र का सबसे बड़ा विमानतल है।