
नई दिल्ली, 24 मई । उत्तराखंड के देहरादून स्थित राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास एवं विश्राम स्थल ‘राष्ट्रपति निकेतन’ 24 जून से आम जनता के लिए खुल जाएगा। यह प्रेसिडेंशियल रिट्रीट 186 साल पुराना है। यह 21 एकड़ का एस्टेट है। इसे राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन की विरासत के साथ नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से खोला जा रहा है।
राष्ट्रपति भवन ने शनिवार को एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 20 जून को राष्ट्रपति निकेतन का दौरा करेंगी और इस एस्टेट को आम जनता के लिए खोलने की तैयारियों का जायजा लेंगी। इस अवसर पर वह 132 एकड़ के इकोलॉजिकल पार्क, राष्ट्रपति उद्यान की आधारशिला भी रखेंगी। यह पार्क एक गतिशील पर्यावरण और मनोरंजन स्थल होगा, जिसमें थीम आधारित उद्यान, एक तितली उद्यान और बच्चों के लिए एक समर्पित खेल क्षेत्र शामिल होगा।
राष्ट्रपति निकेतन को पहले राष्ट्रपति आशियाना के नाम से जाना जाता था। इसका इस्तेमाल राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (पीबीजी) के घोड़ों के प्रशिक्षण के लिए किया जाता था। इस विरासत भवन में अब कलाकृतियों का एक संग्रह प्रदर्शित किया गया है और यह इसकी समृद्ध विरासत की झलक पेश करता है। राष्ट्रपति निकेतन में आगंतुकों को राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के अस्तबल और घोड़ों को देखने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा लिली तालाब, रॉकरी तालाब, रोज़ गार्डन और पेर्गोला भी आकर्षण के केंद्र होंगे।
राष्ट्रपति निकेतन के अलावा लोग राष्ट्रपति तपोवन भी जा सकेंगे। यह राजपुर रोड पर 19 एकड़ का घना जंगल है। तपोवन देशी पेड़ों की समृद्ध छतरी, घुमावदार पगडंडियां, लकड़ी के पुल, पक्षियों को देखने के लिए ऊंचे मचान उपलब्ध करता है। इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन की विरासत के साथ जोड़ना है, साथ ही पर्यावरण जागरूकता और सक्रिय जीवन शैली को बढ़ावा देना है
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