राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

जमशेदपुर व गुमला में प्रमुख कार्यक्रम, प्रशासन अलर्ट

रांची, 17 दिसंबर ।  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 28 दिसंबर से तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आ रही हैं। अपने दौरे के दौरान वह रांची, जमशेदपुर और गुमला जिले में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा शैक्षणिक, सांस्कृतिक और जनसांस्कृतिक दृष्टि से राज्य के लिए विशेष महत्व रखता है।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति 28 दिसंबर को रांची पहुंचेंगी और आगमन के बाद रांची स्थित लोकभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। 29 दिसंबर को वह जमशेदपुर जाएंगी, जहां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), जमशेदपुर के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। इसके साथ ही राष्ट्रपति ओलचिकी लिपि के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगी।

इस आयोजन के माध्यम से आदिवासी भाषा, संस्कृति और साहित्य की समृद्ध परंपरा को रेखांकित किया जाएगा। जमशेदपुर से लौटने के बाद राष्ट्रपति पुनः रांची पहुंचकर लोकभवन में रात्रि विश्राम करेंगी।

राष्ट्रपति अपने दौरे के अंतिम दिन 30 दिसंबर को गुमला जिले के रायडीह में आयोजित जनसांस्कृतिक समागम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी।

 कार्यक्रम में स्थानीय आदिवासी कला, संस्कृति और लोकपरंपराओं की झलक देखने को मिलेगी।

इधर, राष्ट्रपति के 29 दिसंबर को जमशेदपुर आगमन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। बुधवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने करनडीह स्थित जाहेर स्थल, एयरपोर्ट परिसर और प्रस्तावित रूट लाइन का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं और सुरक्षा, सम्मान व गरिमा में किसी भी प्रकार की चूक न हो। उन्होंने बैरिकेडिंग, रूट लाइन क्लियरेंस, यातायात नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। एयरपोर्ट परिसर में राष्ट्रपति सचिवालय एवं सुरक्षा एजेंसियों के दिशा-निर्देशों के अनुसार आगमन और प्रस्थान से जुड़ी सभी औपचारिकताओं को सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

वहीं करनडीह स्थित जाहेर स्थल पर बैठने की व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, पेयजल, शौचालय, अग्नि सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा और आपातकालीन प्रबंधन को सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए गए। रूट लाइन निरीक्षण के दौरान सड़कों की स्थिति, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और संकेतकों की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा के सभी पहलुओं की गहन समीक्षा की जा रही है और हर स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का यह झारखंड दौरा राज्य के लिए गौरवपूर्ण अवसर माना जा रहा है, जिससे आदिवासी संस्कृति, शिक्षा और सामाजिक एकता को नई पहचान मिलने की उम्मीद है।