सिलीगुड़ी, 02 जून । रामकृष्ण मिशन मामले के फरार मुख्य आरोपित प्रदीप राय को घटना के 12 दिन बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने भक्ति नगर थाने की पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस टीम ने प्रदीप राय को शनिवार रात सिलीगुड़ी जंक्शन से उस समय गिरफ्तार किया जब वह शहर से निकलने की कोशिश कर रहा था।

उल्लेखनीय है कि सालूगाड़ा स्थित रामकृष्ण मिशन की जमीन पर कब्जा करने के लिए गत 19 मई को भू-माफिया प्रदीप राय ने अपने गुर्गों के साथ मिशन पर हमला किया था। इस दौरान प्रदीप राय के गुर्गों ने तमंचा लहराते हुए मिशन के सुरक्षा गार्ड के हाथापाई कर संतों को जगह खाली करने की धमकी दी थी।  जिसके बाद रामकृष्ण मिशन की ओर से भक्ति नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई।

इधर, घटना सामने आते ही राज्य सरकार की आलोचना शुरू हो गई। साधु-संतों पर हुए हमले से प्रशासन के भूमिका पर सवाल उठने लगे। मामला के तूल पकड़ने के बाद भक्ति नगर थाना की पुलिस ने घटना के करीब चार दिन बाद पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। इसके कुछ दिन बाद तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया। इन सभी से पूछताछ के बाद पुलिस ने शुक्रवार को केजीएफ ग्रुप के मास्टरमाइंड आलोक दास को गिरफ्तार कर लिया।

शनिवार शाम एसओजी को गुप्त सूचना मिली कि रामकृष्ण मिशन मामले का मुख्य आरोपित प्रदीप राय शहर से बाहर निकले की कोशिश में है। सूचना पर शहर से बाहर निकलने वाले मुख्य रास्तों, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर चौकसी बढ़ा दी। पुलिस की चौतरफा घेराबंदी से अनजान आरोपित प्रदीप राय जैसे देर रात शहर से निकलने के लिए सिलीगुड़ी जंक्शन पहुंचा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।