कोलकाता, 29 मई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में आज प्रस्तावित दो कार्यक्रमों को लेकर राजनीति गरमा गई है। एक ओर जहां प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से कार्यक्रमों की जानकारी दी, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने तीखा पलटवार करते हुए केंद्र सरकार पर बकाया राशि रोकने का आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री ने बुधवार शाम दो अलग-अलग पोस्ट में अपने अलीपुरद्वार दौरे की जानकारी साझा की। पहले संदेश में उन्होंने प्रशासनिक कार्यक्रम का उल्लेख किया जिसमें अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन परियोजना की आधारशिला रखे जाने की बात कही गई। प्रधानमंत्री ने लिखा, “यह परियोजना कई घरों को लाभ पहुंचाएगी, पर्यावरण में सुधार करेगी और लोगों को रोजगार के अवसर देगी।”

दूसरे संदेश में प्रधानमंत्री ने भाजपा की सार्वजनिक सभा का उल्लेख करते हुए तृणमूल सरकार पर भ्रष्टाचार और खराब प्रशासन के आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, “पिछले एक दशक में एनडीए सरकार की योजनाएं बंगाल की जनता ने सराही हैं। लेकिन साथ ही, वे तृणमूल के भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलता से परेशान हैं।”

प्रधानमंत्री के राजनीतिक बयान पर तृणमूल कांग्रेस ने भी सोशल मीडिया पर जवाब दिया। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “चूंकि मौसमी पक्षी बंगाल की सैर पर निकले हैं, तो एक साधारण सवाल का जवाब क्यों नहीं देते-केंद्र सरकार अब तक बंगाल के 1.7 लाख करोड़ रुपये के वैध बकाए को क्यों रोककर बैठी है?”

तृणमूल के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट करने की बात कर रही हैं, ऐसे समय में प्रधानमंत्री द्वारा तृणमूल पर हमला करना ‘संकुचित राजनीतिक सोच’ को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी सहित तृणमूल के कई प्रतिनिधि भारत के दृष्टिकोण को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रखने के लिए विदेश यात्रा पर हैं।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि बंगाल में भ्रष्टाचार की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि उस पर टिप्पणी करना आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश के कार्यकारी प्रमुख हैं, ऐसे में उनका भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलना स्वाभाविक है।