
कूचबिहार, 15 मई । बांग्लादेशियों द्वारा अपहृत किसान उकील बर्मन बुधवार रात भारत लौट आए हैं। अब उकील बर्मन की घर वापसी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। तृणमूल और भाजपा अपने-अपने क्रेडिट लेने में लग गई है। घर लौटने के रात ही तृणमूल कांग्रेस के जिला नेतृत्व उकील बर्मन से मुलाकात किया। वहीं, इसके बाद गुरुवार को भाजपा विधायक शंकर घोष, मालती रावा और अन्य भाजपा नेता व कार्यकर्ता उकील बर्मन के घर पहुंच गए। भाजपा नेताओं ने इस दौरान उकील बर्मन और उनके पूरे परिवार से बात की।
इसके बाद शंकर घोष ने कहा कि देश की सरकार और बीएसएफ ने अपनी उचित भूमिका निभाई है। मदद करने वाले सभी लोगों को उन्होंने दिल से धन्यवाद किया।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के जिला नेतृत्व ने यह पूछने से परहेज किया कि उकील बर्मन कैसे वापस लौटे है। लेकिन जिला नेतृत्व का दावा है कि तृणमूल नेता उकील बर्मन के परिवार के साथ खड़े थे। जिला प्रशासन और क्षेत्र के लोगों के सामूहिक दबाव के कारण उकील बर्मन वापस घर लौटे है।
उल्लेखनीय है कि 16 अप्रैल को शीतलकूची ब्लॉक के नागर सिंहमारी गांव में भारत-बांग्लादेश सीमा पर मादक पदार्थ की तस्करी करते समय ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ जवान ने एक बांग्लादेशी नागरिक की गोली मारकर दिया था। इस घटना के आधे घंटे बाद बांग्लादेशियों ने पास के गांव से भारतीय किसान उकील बर्मन का अपहरण कर लिया था। बाद में उकील बर्मन को बीजीबी (बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) ने बचाकर हातीबांधा पुलिस थाना को सौंप दिया। इसके बाद हातीबांधा पुलिस ने उकील बर्मन को लालमोनिरहट जिला न्यायालय में पेश किया, जहां सुनवाई के बाद अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।