कोलकाता, 20 नवंबर । पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के काफिले को पुलिस ने बुधवार को नदिया जिले के कृष्णानगर में रोक दिया। मजूमदार बेलडांगा (मुर्शिदाबाद जिला) जा रहे थे, जहां शनिवार रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इन झड़पों में कम से कम 17 लोग घायल हो गए और कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा।

पुलिस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए भाजपा नेता के दौरे को रोक दिया। पुलिस के इस कदम के विरोध में सुकांत मजूमदार ने कृष्णानगर में धरना दिया।

मजूमदार ने संवाददाताओं से कहा, “पुलिस का कहना है कि इलाके में निषेधाज्ञा लागू है, इसलिए मुझे वहां जाने नहीं दिया जाएगा। हमें बेलडांगा से 70 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। हमारा उद्देश्य कानून-व्यवस्था को बिगाड़ना नहीं है। हमने प्रशासन से हमें डीएम या एसपी कार्यालय तक ले जाने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया।”

कृष्णानगर पुलिस जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मजूमदार को एहतियात के तौर पर रोका गया, क्योंकि उनके दौरे से क्षेत्र में शांति भंग होने की आशंका थी। उन्होंने कहा कि यह कदम शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया। निषेधाज्ञा लागू होने के कारण किसी को भी बेलडांगा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।

मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में शनिवार रात एक अस्थायी पूजा पंडाल के पास लगे डिस्प्ले बोर्ड पर हिंदू धर्म से संबंधित संदेश लिखे जाने के बाद दो समुदायों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी और इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और पुलिस तथा प्रशासन क्षेत्र में शांति व्यवस्था बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं।