कोलकाता, 06 जनवरी। एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हमले का शिकार हुए प्रवर्तन निदेशक के अधिकारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान के दौरान शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशक के अधिकारियों पर हमला हुआ था।
शाहजहां के व्यवसाय से जुड़े एक कर्मचारी ने स्थानीय नज़ात पुलिस स्टेशन में ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई जिसे पुलिस ने एफआईआर में तब्दील कर दिया है।
एफआईआर में कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का तलाशी वारंट प्रस्तुत किए बिना अनधिकृत तरीके से तृणमूल कांग्रेस नेता के आवास के दरवाजे तोड़ने की कोशिश की।
शुक्रवार सुबह ईडी अधिकारियों पर हुए हमले में उनके तीन अधिकारी घायल हो गए और उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप और वॉलेट जैसे निजी सामान भी लूट लिए गए। ईडी ने दावा किया है कि उनके अधिकारियों और उनके साथ आए सीएपीएफ कर्मियों पर हजार पुरुषों और महिलाओं के एक समूह ने हमला किया था।
राज्य पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में नज़ात पुलिस स्टेशन में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। एक जहां केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ है, वहीं दूसरी एफआईआर ईडी ने हमले का विवरण देते हुए दर्ज कराई है।
उस एफआईआर के साथ, ईडी के अधिकारियों ने सबूत के तौर पर हमलों पर कुछ वीडियो क्लिपिंग भी उपलब्ध कराई हैं।
तीसरी घटना हमले की जगह का सर्वेक्षण करने के बाद जिला पुलिस द्वारा दर्ज की गई स्वत: संज्ञान वाली एफआईआर है। जिला पुलिस ने बताया कि ईडी और उसके खिलाफ दर्ज दोनों एफआईआर पर जांच शुरू हो गई है