
कोलकाता, 14 मई । मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज इलाके में मंगलवार रात और बुधवार सुबह पुलिस ने स्निफर डॉग की मदद से सघन तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में बड़ी संख्या में देशी बम बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि बाबूपुर और आलमशाही इलाकों में ज़मीन में छिपाकर रखे गए ये बम प्लास्टिक कंटेनरों में बंद थे और आम के बागानों में गड्ढा खोदकर रखे गए थे।
यह तलाशी अभियान वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ हिंसक विरोध के बाद शुरू किया गया, जिसके चलते बीते एक महीने में इलाके में तनावपूर्ण हालात रहे। हालांकि प्रशासन की लगातार कोशिशों के बाद क्षेत्र में अब सामान्य स्थिति लौट आई है। बावजूद इसके, हाल के दिनों में लगातार बम मिलने की खबरें और एक बम विस्फोट में दो बच्चों के घायल होने की घटना ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने को मजबूर किया।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार साव ने जानकारी दी कि शमशेरगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में ‘कंबिंग ऑपरेशन’ और ‘डॉग स्क्वॉड’ के जरिए तलाशी अभियान चलाया गया। आलमशाही क्षेत्र से तीन बम, बाबूपुर से 30 से 40 बम और मालंच सिंहपाड़ा से 25 देशी बम बरामद किए गए हैं। पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस को संदेह है कि ये बम किसी बड़ी साजिश के तहत जमा किए जा रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को मालंच सिंहपाड़ा गांव में खेलते समय एक बम फटने से दो बच्चे घायल हो गए थे, जिनमें से एक का हाथ गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद से पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। मंगलवार को जोतकाशी इलाके के एक आम के बागान से भी दो बाल्टी भरकर देशी बम बरामद किए गए थे।
पुलिस ने आशंका जताई है कि इलाके में और भी स्थानों पर बम छिपाकर रखे गए हो सकते हैं। इसी के मद्देनज़र तलाशी अभियान को अगले पांच दिनों तक जारी रखने की घोषणा की गई है। अधिकारियों का कहना है कि वे यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि बम किसने और क्यों जमा किए थे, और क्या इसके पीछे कोई संगठित साजिश है।