
नई दिल्ली, 6 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को नई दिल्ली स्थित आईसीएआर पूसा में एमएस स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। वे इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को एक बयान में बताया कि सम्मेलन का विषय ‘सदाबहार क्रांति, जैव-सुख का मार्ग’ प्रो. स्वामीनाथन के सभी के लिए भोजन सुनिश्चित करने के प्रति आजीवन समर्पण को दर्शाता है। यह सम्मेलन वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, विकास पेशेवरों और अन्य हितधारकों को सदाबहार क्रांति के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने पर चर्चा और विचार-विमर्श का अवसर प्रदान करेगा। प्रमुख विषयों में जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों का सतत प्रबंधन, खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के लिए सतत कृषि, जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होकर जलवायु लचीलापन मजबूत करना, सतत और समतामूलक आजीविका के लिए उपयुक्त तकनीकों का उपयोग और युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों को विकासात्मक चर्चाओं में शामिल करना है।
प्रो. स्वामीनाथन की विरासत को सम्मान देने के लिए, एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (एमएसएसआरएफ) और द वर्ल्ड एकेडमी ऑफ साइंसेज (टीडब्ल्यूएएस) मिलकर खाद्य एवं शांति के लिए प्रो. स्वामीनाथन पुरस्कार की शुरुआत करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री इस पुरस्कार के प्राप्तकर्ता को प्रथम पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। यह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार विकासशील देशों के उन व्यक्तियों को सम्मानित करेगा जिन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान, नीति विकास, जमीनी स्तर पर सहभागिता या स्थानीय क्षमता निर्माण के माध्यम से खाद्य सुरक्षा में सुधार और कमजोर एवं हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए जलवायु न्याय, समानता और शांति को आगे बढ़ाने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।