कोलकाता, 08 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के, चार जून के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के वादे का अभिप्राय है कि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी नेताओं को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। सोमवार को पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा पूरे देश को जेल में तब्दील कर रही है। उन्होंने गिरफ्तार तृणमूल नेताओं की पत्नियों से अपने पतियों के समर्थन में सड़क पर उतरने का आह्वान किया।

केंद्रीय एजेंसियों पर हमला जारी रखते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की टीम स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री चुनावी सभा को संबोधित करने पश्चिम बंगाल आ रहे हैं। मुझे इससे कोई समस्या नहीं है, लेकिन जिस तरह से वह कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, वह अस्वीकार्य है।’’

ममता बनर्जी ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री को इस तरह बात करनी चाहिए ? क्या होगा अगर मैं कहूं कि चुनाव के बाद भाजपा नेताओं को जेल में डाल दिया जाएगा ? लेकिन मैं ऐसा नहीं कहूंगी क्योंकि यह लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वास्तव में ‘मोदी की गारंटी’ का अभिप्राय चार जून के बाद सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना है।’’

तृणमूल प्रमुख ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ‘‘वास्तव में देश और लोकतंत्र को जेल में तब्दील कर रही है।’’ममता बनर्जी ने दावा किया, ‘‘आपकी एक जेब में ईडी और सीबीआई है जबकि दूसरी जेब में एनआईए और आयकर है। वे आपके सहयोगी हैं, जो हमें धमकाने के आदी हैं। लेकिन भाजपा हमें डरा नहीं सकती।’’

तृणमूल नेताओं के घरों में कथित तौर पर रात में छापेमारी को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से अगर तृणमूल नेताओं को एजेंसियों ने गिरफ्तार किया तो उनकी पत्नियां सड़कों पर उतरेंगी। हम इन एजेंसियों से नहीं डरते।