
नई दिल्ली, 22 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज सऊदी अरब के दौरे पर रवाना होने के बाद कांग्रेस ने सऊदी अरब के साथ भारत के पुराने रिश्तों की गरमाहट याद दिलाई है। पार्टी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक बयान में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की यात्रा का जिक्र करते हुए दोनों देशों की ऐतिहासिक कड़ियों को याद किया है।
जयराम रमेश ने उन यादों को साझा करते हुए एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री आज सऊदी अरब की यात्रा पर रवाना हो चुके हैं – ऐसे में यह सही मौका है, जब हम भारत और सऊदी अरब के ऐतिहासिक संबंधों की पहली बड़ी कड़ी को याद करें। इस ऐतिहासिक कड़ी की शुरुआत होती है सऊदी अरब के किंग सऊद बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद की 17 दिवसीय भारत यात्रा से, जो 26 नवंबर से 13 दिसंबर 1955 के बीच हुई थी। इस दौरान उन्होंने नई दिल्ली, मुंबई, खडकवासला, बेंगलुरु, मैसूर, हैदराबाद, आगरा, अलीगढ़ और वाराणसी जैसे शहरों का दौरा किया था।”
उन्होंने लिखा, “1955 में सऊदी अरब के राजा की यह ऐतिहासिक यात्रा सोवियत संघ के दो शीर्ष नेताओं- निकिता ख्रुश्चेव और निकोलाई बुल्गानिन-की भारत यात्रा से भी आंशिक रूप से मेल खाती थी। सोवियत नेताओं ने दो चरणों में कुल 19 दिन भारत में बिताए- 18 से 30 नवंबर 1955 तक और फिर 07 से 14 दिसंबर 1955 तक। इसके बाद प्रधानमंत्री नेहरू ने 24 से 28 सितंबर 1956 के बीच सऊदी अरब की यात्रा की थी।”
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह सऊदी अरब के लिए रवाना हो गए। वो क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर 22-23 अप्रैल को सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने रवाना होने से पहले एक्स हैंडल पर लिखा, ”जेद्दा (सऊदी अरब) के लिए रवाना हो रहा हूं। वहां मैं विभिन्न बैठकों और कार्यक्रमों में भाग लूंगा। भारत, सऊदी अरब के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को महत्व देता है। पिछले दशक में द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय गति आई है। मैं सामरिक भागीदारी परिषद की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। मैं वहां भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूंगा।”