
जम्मू, 02 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्री माता वैष्णो देवी जी मंदिर के आधार शिविर कटरा से कश्मीर के लिए ट्रेन सेवा का उद्घाटन 6 जून को कर सकते हैं। इसके बाद कटरा और बारामूला के बीच वंदे भारत ट्रेन चलना शुरू हो जाएगी।
अधिकारियों ने बताया है कि कश्मीर के लिए ट्रेन सेवाओं के शुभारंभ की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है और प्रधानमंत्री 6 जून को घाटी के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
ट्रेन सेवा का शुभारंभ 19 अप्रैल को होना था, लेकिन उस दिन खराब मौसम की भविष्यवाणी के मद्देनजर इसे स्थगित कर दिया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलने वाली श्री अमरनाथ जी की तीर्थयात्रा के लिए इस मार्ग को खोलना उपयोगी साबित हो सकता है। खासकर तब जब इस मौसम में समय से पहले और भारी मानसून आने की खबरें हैं जिससे रामबन और बनिहाल के संवेदनशील हिस्से के बीच जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो सकता है।
उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक खुलने से श्री अमरनाथ जी के यात्रियों को कटरा से श्रीनगर की ओर जाने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो तीर्थयात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। खासकर राजमार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में।
अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में कटरा और बारामूला के बीच केवल वंदे भारत ट्रेन चलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री कटरा से बारामूला और बारामूला से कटरा के लिए वर्चुअली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। वे कटरा स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करेंगे। कटरा से ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी के चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल और रियासी जिले में रेलवे ट्रैक पर पहले केबल स्टे ब्रिज का दौरा करने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार, शुरुआत में यह ट्रेन कटरा से बारामूला तक चलेगी। हालांकि, जम्मू रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ाने सहित विस्तार कार्य पूरा होने के बाद घाटी के लिए ट्रेन का जम्मू से परिचालन शुरू कर दिया जाएगा, जो संभवतः अगस्त-सितंबर में शुरू होगा।
कटरा से बारामूला तक ट्रेन के कई सफल ट्रायल रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना के जवानों को ले जाने वाली एक ट्रेन भी श्रीनगर तक ट्रैक पर चली थी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद ट्रैक का नया सुरक्षा ऑडिट किया गया और सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है, जिसमें अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना शामिल है।
कुल 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना में से 209 किलोमीटर को चरणों में चालू किया गया, जिसमें 118 किलोमीटर का काजीगुंड-बारामुल्ला खंड का पहला चरण अक्टूबर 2009 में चालू किया गया। इसके बाद जून 2013 में 18 किलोमीटर का बनिहाल-काजीगुंड, जुलाई 2014 में 25 किलोमीटर का उधमपुर-कटरा और पिछले साल फरवरी में 48.1 किलोमीटर लंबा बनिहाल-सांगलदान खंड चालू किया गया था।
46 किलोमीटर लंबे संगलदान-रियासी सेक्शन पर काम पिछले साल जून में पूरा हो गया था, जिससे रियासी और कटरा के बीच कुल 17 किलोमीटर का हिस्सा बचा जो करीब तीन महीने पहले पूरा हो गया, जिसके बाद वंदे भारत समेत कई ट्रेनों के ट्रायल शुरू हो गए। इस परियोजना पर 41,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। 4 जनवरी को कटरा-बनिहाल सेक्शन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल ट्रायल किया गया। रेलवे ने पिछले कुछ महीनों में ट्रैक के विभिन्न खंडों पर कई ट्रायल किए हैं, जिनमें अंजी खाद और चिनाब पुल के दो प्रमुख मील के पत्थर शामिल हैं। कश्मीर को एक नई विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी। यह नई सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन कटरा और श्रीनगर को जोड़ेगी। कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली नई सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन जम्मू-कश्मीर में तीसरी ऐसी ट्रेन होगी।